इसके बाद इजरायल के नेता को न्यायिक प्रणाली में सुधार की अपनी विभाजनकारी योजना को निलंबित करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
हालांकि नेतन्याहू के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट को कभी औपचारिक निष्कासन पत्र नहीं भेजा।
शुक्रवार की स्थिति के अनुसार गैलेंट प्रभार संभाल रहे थे। नेतन्याहू की सुनियोजित न्यायिक बदलाव की योजना की आलोचना की वजह से उन पर बर्खास्तगी की तलवार लटकी।
गैलेंट के सहयोगियों ने कहा कि रक्षा मंत्रालय में सामान्य कामकाज हो रहा है।
स्थानीय मीडिया में इस सप्ताह खबर प्रकाशित की गयीं कि नेतन्याहू इस बारे में विचार कर रहे हैं कि गैलेंट की जगह उनकी दक्षिणपंथी लिकुड पार्टी के दिग्गजों में से किसी को काबिज किया जाए। इस तरह गैलेंट अनिश्चितता की स्थिति का सामना कर रहे हैं।
गैलैंट ने इस सप्ताह अजरबैजान के विदेश मंत्री का स्वागत किया, दो सैन्य अड्डों का दौरा किया और मंगलवार को हुई सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में हिस्सा लिया।
इजराइल के महत्वपूर्ण रक्षा मंत्रालय के भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं। जिसने वेस्ट बैंक पर इजरायल के 55 साल पुराने सैन्य कब्जे को कायम रखा है और ईरान, लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह और गाजा पट्टी के उग्रवादी हमास शासकों से खतरों का सामना करता है।
इन सबको देखते हुए नेतन्याहू के दक्षिणपंथी गठबंधन में तनाव साफ झलक रहा है।
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