संयुक्त राष्ट्र, 28 जुलाई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने म्यांमा द्वारा चार राजनीतिक कैदियों को फांसी दिए जाने की बुधवार को सर्वसम्मति से निंदा की और उससे सभी प्रकार की हिंसा को तत्काल रोकने तथा ‘‘मानवाधिकारों और कानून के राज का पूरा सम्मान’’ करने का आह्वान किया।
सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्यों द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि चार राजनीतिक बंदियों को ऐसे वक्त में फांसी दी गयी, जब दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) ने सजा पर पुनर्विचार करने की अपील की थी।
परिषद के सदस्यों ने ‘‘म्यांमा के लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता हस्तांतरण के लिए पूर्ण समर्थन और म्यांमा की संप्रभुत्ता, राजनीतिक स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता तथा म्यांमा की एकता के प्रति उनकी मजबूत प्रतिबद्धता को भी दोहराया।’’
गौरतलब है कि आसियान म्यांमा में शांति लाने के वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व कर रहा है। म्यांमा में फरवरी 2021 में निर्वाचित सरकार का सेना द्वारा तख्तापलट किए जाने के बाद से व्यापक पैमाने पर अराजकता का माहौल है।
आसियान ने इस सप्ताह दी गई फांसी की इस सजा को ‘‘अत्यधिक निंदात्मक’’ बताया और कहा कि इससे सैन्य नेतृत्व तथा विरोधियों के बीच संवाद के उसके प्रयासों को झटका लगा है।
जिन चार लोगों को सप्ताहांत फांसी दी गयी हैं उनमें ‘नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी’ के पूर्व सांसद, एक लोकतंत्र समर्थक और एक महिला की हत्या करने के दो आरोपी शामिल हैं, जिसे वे कथित तौर पर सेना की मुखबिर मानते थे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)