विदेश की खबरें | यूक्रेन ने रूस के तेल टर्मिनल को बनाया निशाना: जेलेंस्की ने कहा- ‘युद्ध अपने अहम चरण में’
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि रूस की ‘‘सैन्य और आर्थिक संभावानाओं पर चोट पहुंचाने के इरादे’ से उसके कब्जे वाले क्रीमिया प्रायद्वीप के दक्षिण में स्थित फियोदोसिया तेल टर्मिनल पर हमला किया गया क्योंकि वहां से रूसी सेना को युद्ध के लिए तेल की आपूर्ति की जा रही थी।

फियोदोसिया में तैनात रूसी अधिकारियों ने बताया कि काला सागर के किनारे स्थित टर्मिनल में सोमवार सुबह आग लग गई लेकिन उन्होंने इसके कारणों का खुलासा नहीं किया।

यूक्रेन तीसरे साल में प्रवेश कर गए युद्ध में रूस के कब्जे वाले अहम इलाकों को निशाना बना रहा है। उसने लंबी दूरी के ड्रोन विकसित किए हैं, जिनसे तेल डिपो और तेल शोधकों के साथ-साथ शस्त्रागारों पर भी हमला किया गया है।

जेलेंस्की ने रविवार देर रात कहा कि युद्ध ‘‘अहम चरण में प्रवेश कर गया है क्योंकि यूक्रेन की सेना पूर्व में बड़ी रूसी सेनाओं को रोकने के लिए कड़ा संघर्ष कर रही है, जबकि रूस के कुर्स्क सीमावर्ती क्षेत्र पर भी अपनी स्थिति मजबूत बना रखी है जिस पर उसने दो महीने पहले कब्जा कर लिया था।

उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘यूक्रेन को रूस पर इस तरह दबाव डालना चाहिए जिससे रूस को यह एहसास हो जाए कि युद्ध से उन्हें कुछ हासिल नहीं होगा।’’

जेलेंस्की ने कहा, ‘‘हम रूस पर और अधिक दबाव डालते रहेंगे - क्योंकि केवल ताकत के माध्यम से ही हम शांति को करीब ला सकते हैं।’’

इस बीच, यूक्रेन की वायु सेना ने दावा किया कि रूस ने रविवार देर रात विभिन्न प्रकार की छह मिसाइलें और 74 शाहिद ड्रोन से हमला किया। मिसाइल का मलबा कीव के तीन जिलों में गिरा जिससे मामूली रूप से असैन्य अवसंरचना को नुकसान पहुंचा।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रात में यूक्रेन द्वारा दागे गए करीब दो दर्जन ड्रोन मार गिराए गए।

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