यूक्रेन में ऊर्जा केंद्रों और अन्य अहम आधारभूत संरचनाओं पर हाल के हफ्तों में किये गये रूसी हवाई हमलों में आई सापेक्षिक सुस्ती के दौरान नये सिरे से लोगों को सकुशल निकाले जाने की संभावना जताई गई है।
इस बीच पश्चिमी देशों में यूक्रेन को मानवीय सहायता देने के लिए तैयारियां बढ़ा दी गई हैं, ताकि लोग सबसे सर्द महीनों में कुछ गरमाहट पा सकें।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने आगाह किया कि रूसी सेना नये हमले के लिए तैयारी कर रही है और जब तक उसके पास मिसाइल हैं, वे रुकेंगे नहीं।
जेलेंस्की ने कहा, ‘‘आगामी हफ्ता पिछले दिनों की तरह मुसीबत भरा हो सकता है।’’ राजधानी कीव में मेयर विटाली क्लिट्शको ने कहा कि शहर की 30 लाख आबादी के एक हिस्से को निकालकर उन स्थानों पर भेजना पड़ सकता है जहां मिसाइल हमलों के कारण आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति ठप होने का संकट कम होगा।
कीव के आसपास के ऊर्जा केंद्रों पर रूस ने कहर बरपाते हुए मिसाइलों की झड़ी लगा दी थी, जिसके कारण बिजली संकट समेत शहर में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई।
यूक्रेन में ठंड तेजी से बढ़ रही है और एक हफ्ते से कुछ अधिक समय में न्यूनतम तापमान के शून्य से नीचे 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने के आसार हैं।
यूरोपीय विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा, ‘‘रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लगातार यूक्रेन को ब्लैक होल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ना बिजली, ना प्रकाश और ना गर्माहट की व्यवस्था...., इसने यूक्रेनी लोगों को अंधेरे और ठंड में रहने के लिए छोड़ दिया है।’’
यूक्रेन के ऊर्जा प्रदाता यूक्रेनेर्गो ने सोमवार को कहा कि ऊर्जा के आधारभूत ढांचे पर रूसी हमले के कारण वह अब भी 27 फीसदी कम बिजली दे पा रहा है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति के कार्यालय की ओर से सोमवार को कहा गया कि रूस के ताजा हमलों में कम से कम चार नागरिकों की मौत हुई जबकि 11 अन्य लोग घायल हुए हैं।
एपी
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