मुंबई, सात जुलाई शिवसेना सांसद अरविंद सांवत ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि अधिकतर पार्टी विधायकों के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले बागी धड़े में शामिल होने के बावजूद उद्धव ठाकरे पार्टी प्रमुख बने रहेंगे।
सावंत ने एक वेबसाइट से कहा कि शिवसेना बतौर राजनीतिक दल और विधायक दल ‘‘दो अलग-अलग समूह’’ हैं। उन्होंने दावा किया, ‘‘बागी धड़े के पास मान्यता नहीं है।’’
सावंत ने कहा, ‘‘ यहां तक कि अगर दो तिहाई विधायक भी चले जाएं, तो भी कानून के मुताबिक उद्धव ठाकरे ही शिवसेना अध्यक्ष बने रहेंगे और केवल वह ही पार्टी विधायक दल के नेता की नियुक्ति कर सकते हैं।’’
सांसद ने कहा, ‘‘ आप ठाकरे और शिवसेना को अलग नहीं कर सकते।’’
बागी शिवसेना विधायक गुलाबराव पाटिल ने बुधवार को कहा था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला धड़ा पार्टी के चुनाव चिह्न ‘तीर कमान’ का असली हकदार है। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले खेमे ने इस दावे पर विरोध दर्ज कराया है।
पाटिल ने कहा था कि पार्टी के 18 में से 12 सांसद भी शिंदे का समर्थन कर रहे हैं।
कानूनी लड़ाई में ठाकरे गुट की अगुवाई कर रहे नेताओं में से एक सांवत ने कहा, ‘‘ बागी विधायकों को तत्काल अपने गुट का विलय किसी अन्य दल में करना होगा। बागियों ने अपने गुट का किसी अन्य दल में विलय नहीं किया है। उनके पास कोई मान्यता नहीं है। कानून के मुताबिक, उन्हें किसी राजनीतिक दल में शामिल होना होगा।’’
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