Jammu-Kashmir: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो सैनिक शहीद, छह घायल
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श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले स्थित एक जंगल में शनिवार को आतंकवादियों के साथ हुई एक भीषण मुठभेड़ में दो सैन्यकर्मी शहीद हो गए जबकि छह अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि चुनौतीपूर्ण भौगोलिक स्थिति के बावजूद आतंकवादियों की तलाश के लिए अभियान जारी रहा. Jammu-Kashmir: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो सैनिक शहीद, तीन घायल

उन्होंने बताया कि यह मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब सुदूरवर्ती अहलान गगरमांडू जंगल में आतंकवादियों की मौजूदगी की एक सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी में दो नागरिक भी घायल हो गये.

उन्होंने बताया कि यह मुठभेड़ तब शुरू हुई जब आतंकवादियों के एक समूह ने संयुक्त तलाशी दल पर गोलीबारी शुरू कर दी. दल में पैरा कमांडो सहित सेना के जवान और स्थानीय पुलिस के कर्मी शामिल थे. अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में छह सैन्यकर्मी और दो असैन्य नागरिक घायल हो गए.

अधिकारियों ने बताया कि घायल सैनिकों को तुरंत निकटवर्ती अस्पताल ले जाया गया, जहां दो सैनिकों को मृत घोषित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि शेष घायल कर्मियों और नागरिकों का उपचार किया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है और अंतिम सूचना मिलने तक आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें मार गिराने का अभियान जारी है.

इस मुठभेड़ ने पिछले साल सितंबर में कोकेरनाग में हुए एक ऐसी ही गोलीबारी के बाद हुई मुठभेड़ की दुखद यादें ताजा कर दीं जब, कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट सहित चार सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे. इस दौरान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक कमांडर सहित दो आतंकवादियों को भी मार गिराया गया था.

ऐसा माना जा रहा है कि हाल ही में अनंतनाग की घटना में शामिल आतंकवादी डोडा में मुठभेड़ से बचकर किश्तवाड़ जिले से सीमा पार कर आये होंगे. वर्तमान अभियान का ब्यौरा देते हुए श्रीनगर स्थित रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि पांच अगस्त को मानवीय और इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से पुष्टि हुई कि जुलाई में डोडा क्षेत्र में अत्याचारों के लिए जिम्मेदार आतंकवादी किश्तवाड़ रेंज को पार कर दक्षिण कश्मीर के कापरान-गरोल क्षेत्र में घुस आए हैं.

उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लगातार इन आतंकवादियों पर नजर रखी और नौ व 10 अगस्त की रात को कापरान के पूर्व में पहाड़ों पर सटीक अभियान चलाया गया, जहां कथित तौर पर ये आतंकवादी छिपे हुए थे.”

प्रवक्ता ने कहा, “10 अगस्त को अपराह्न करीब दो बजे संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं. सुरक्षा बलों द्वारा चुनौती दिए जाने पर आतंकवादियों ने तुरंत अंधाधुंध, हताशापूर्ण और लापरवाही से गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें दो सैन्यकर्मी और आसपास के दो नागरिक घायल हो गए." उन्होंने कहा कि घायल नागरिकों की आतंकवादी पृष्ठभूमि का पता लगाया जा रहा है.

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह इलाका 10,000 फीट से ज़्यादा की ऊंचाई पर है, यहां घने जंगल, बड़े-बड़े पत्थर, नाले और जटिल रास्ते हैं जो अभियान के लिए गंभीर चुनौती पेश करते हैं. सुरक्षा बल सोच-समझकर आगे बढ़ रहे हैं और आतंकवादियों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि ‘‘ऑपरेशन रात भर जारी रहेगा.’’ स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और सुरक्षा बल इलाके में आतंकवादियों की तलाश जारी रखे हुए हैं.

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