महू, 27 सितंबर मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के महू में एक विवाद के बाद स्थानीय भाजपा पदाधिकारी को जबरन थाने ले जाने के मामले में दो आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया और तीन अन्य को लाइन हाजिर किया गया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया कि इंदौर (ग्रामीण) पुलिस अधीक्षक (एसपी) हितिका वासल ने निलंबन और लाइन हाजिर करने के आदेश जारी किए।
उन्होंने बताया, "आदेशों के अनुसार, दो आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया और तीन अन्य पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया। यह उस मामले में किया गया, जिसमें पुलिस की एक टीम भाजपा महू मंडल अध्यक्ष मनोज पाटीदार को बहस के बाद जबरन थाने ले गई थी।"
महू थाने के प्रभारी संजय द्विवेदी ने बताया कि नायब तहसीलदार राधावल्लभ धाकड़ बृहस्पतिवार शाम को कोडरिया गांव की अयोध्यापुरी कॉलोनी में निर्माणाधीन मंदिर में कानून व्यवस्था बनाए रखने गए थे, जहां से उन्होंने पुलिस को बुलाया।
उन्होंने बताया कि सहायक उपनिरीक्षक जयदेव गोरखेड़े आरक्षक योगेंद्र चौहान, कृष्णपाल मालवीय, सुखराम गिरवाल और विजय अंडेलकर के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
द्विवेदी ने बताया, "भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज पाटीदार अन्य लोगों के साथ घटनास्थल पर मौजूद थे। उनका पुलिस दल से विवाद हुआ, जिसके बाद पुलिस ने पाटीदार को जबरन पुलिस वैन में बैठाया और थाने ले गई।"
उन्होंने बताया कि चौहान और मालवीय को निलंबित कर दिया गया है, जबकि एएसआई गोरखेड़े और आरक्षक गिरवाल और अंडेलकर को डीआरपी लाइन्स, महू भेज दिया गया है।
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