चंडीगढ़, 27 दिसंबर कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की “पुलिसवाले की पैंट गीली होने’’ संबंधी कथित टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है और पुलिस के दो अधिकारियों ने इसे “शर्मनाक” करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की है।
लुधियाना से कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू तक ने पुलिसकर्मियों की तरफदारी की और कोविड-19 के वक्त में तथा उग्रवाद के दौरान उनकी भूमिका की प्रशंसा की।
विवाद तब शुरू हुआ जब सिद्धू ने हाल ही में सुल्तानपुर लोधी में एक रैली में विधायक नवतेज सिंह चीमा की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह "थानेदार (पुलिस वाले) की पैंट गीली करा सकते हैं।” उन्होंने रविवार को बटाला में एक रैली के दौरान यह बात दोहराई जब स्थानीय नेता अश्विनी सेखरी उनके साथ खड़े थे।
जब पत्रकारों ने उनकी टिप्पणी के बारे में पूछा, तो सिद्धू ने कहा, "मेरी बात सुनो ... यह एक काल्पनिक बात है कि इस आदमी के पास कोई अधिकार है..."
सिद्धू की टिप्पणी करते हुए एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिस पर कुछ पुलिस अधिकारियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। चंडीगढ़ के पुलिस उपाधीक्षक दिलशेर सिंह चंदेल ने सिद्धू की टिप्पणी को 'शर्मनाक' करार दिया।
चंदेल ने कहा, "यह बहुत शर्मनाक है कि ऐसा वरिष्ठ नेता अपने बल के लिए इन शब्दों का इस्तेमाल करता है और उन्हें अपमानित करता है।"
उन्होंने वीडियो संदेश में कहा, “यह वही बल है जो उन्हें (सिद्धू) और उनके परिवार की सुरक्षा करता है।’’ उन्होंने सिद्धू को उनकी सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मियों को वापस करने की चुनौती भी दी।
उन्होंने कहा, "(सुरक्षा) बल के बिना, एक रिक्शा चालक भी उनकी बात नहीं सुनेगा।"
चंदेल ने कहा, “मैं इस टिप्पणी की कड़ी निंदा करता हूं और उन्हें (सिद्धू) अपने बल के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। बल की अपनी गरिमा और सम्मान है और इस गरिमा को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है।”
जालंधर ग्रामीण में तैनात पंजाब पुलिस के उपनिरीक्षक बलबीर सिंह ने भी सिद्धू की टिप्पणी की कड़ी निंदा की।
उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, "एक वरिष्ठ नेता ने हमारे खिलाफ इस तरह की का इस्तेमाल किया, मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।"
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