देश की खबरें | कर्नाटक में कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप के दो मामले सामने आए : सरकार

नयी दिल्ली/बेंगलुरु, दो दिसंबर केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कर्नाटक में कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन के दो मामले सामने आए हैं। साथ ही, सरकार ने लोगों से दशहत में नहीं आने और कोविड से जुड़े दिशानिर्देशों का अनुपालन करने तथा बगैर देर किये टीकाकरण कराने की अपील की।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि दोनों मरीजों में संक्रमण के हल्के लक्षण पाये गए।

दो मामलों में एक दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है, जबकि दूसरा स्थानीय व्यक्ति है। हालांकि, बेंगलुरु के रहने वाले व्यक्ति ने विदेश यात्रा नहीं की थी।

बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के अधिकारियों ने बताया कि दोनों मामलों में, एक मरीज 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है, जो 20 नवंबर को बेंगलुरु आया था और अपनी कोविड-19 जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद देश से चला गया।

उन्होंने बताया कि दूसरा मरीज 46 वर्ष का है, जो बेंगलुरु के एक अस्पताल का चिकित्सक बताया जा रहा है। 22 नवंबर को उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी और उसने दक्षिण अफ्रीका या किसी अन्य देश की यात्रा नहीं की थी।

उन्होंने बताया कि दोनों लोगों को कोविड टीके की दो खुराक लगी थी।

दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में अग्रवाल ने कहा कि भारतीय सार्स-कोवी-2 जीनोमिक्स कंर्सोटियम (इन्साकॉग) के नेटवर्क के जरिए ओमीक्रोन के दो मामलों का पता लगाया गया है। साथ ही, इन दोनों के संपर्क में आए सभी लोगों का समय पर पता लगा लिया गया और उनकी जांच की गई है।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, ‘‘हमें ओमीक्रोन के मामले सामने आने पर दहशत में आने की जरूरत नहीं है, बल्कि जागरूक होने की जरूरत है। कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन करें और भीड़ में जाने से बचें। कोविड-19 टीके लगाने की गति बढ़ाना समय की आवश्यकता है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘टीके की पूरी खुराक लेने में देर नहीं करें। ’’

बीबीएमपी अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण अफ्रीकी नागरिक 20 नवंबर को यहां (बेंगलुरु) आया था और उसके नमूने हवाईअड्डे पर लिये गये थे।

नगर निकाय के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने बताया कि उसके संक्रमित होने की पुष्टि के बाद उसके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गये थे, जिसकी रिपोर्ट आज आई और उसमें उसके ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।

उन्होंने बताया कि इस व्यक्ति को एक होटल में पृथक रखा गया था और बाद में एक अन्य प्रयोगशाला में अलग से जांच की गई, जिस दौरान उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। वह 27 नवंबर को देश से दुबई के लिए रवाना हो गया।

दूसरे मरीज के बारे में गुप्ता ने बताया कि उसके नमूने 22 नवंबर को लिये गये थे, जिसके बाद उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

उन्होंने बताया कि उसके नमूने में सी.टी. वैल्यू कम थी, जिस कारण इसे एनसीबीसी प्रयोगशाला को भेजा गया और आज पॉजिटिव रिपोर्ट आई। उन्होंने बताया, ‘‘उसे शुरूआत में घर पर पृथक रखा गया था और बाद में एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। वह एक स्थानीय व्यक्ति है और उसने कोई यात्रा नहीं की थी। उसकी हालत स्थिर है और वह रोग से उबर रहा है। चिंता की कोई बात नहीं है। ’’

स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव के मुताबिक एक दिसंबर मध्य रात्रि से बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक भारत में 37 उड़ानें आई। करीब 7,967 यात्री जोखिम वाले देशों से आए और उनकी हवाईअड्डे पर आरटी-पीसीआर जांच की गई। उनमें से 10 यात्रियों के नतीजे कोविड पॉजिटिव आये और उनके नमूने जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिये गये हैं।

केंद्र सरकार ने कहा कि अब तक विश्व के 29 देशों में सार्स-कोवी-2 के ओमीक्रोन स्वरूप के 373 मामले सामने आए हैं और भारत स्थिति पर नजर रखे हुए है।

अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का हवाला देते हुए कहा, ‘‘यह आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी कि क्या ओमीक्रोन कहीं अधिक गंभीर संक्रमण पैदा करता है या यह डेल्टा सहित अन्य स्वरूपों की तुलना में कम घातक है। ’’ डब्ल्यूएचओ ने ओमीक्रोन को चिंता वाला स्वरूप बताया है।

भारत में ओमीक्रोन स्वरूप के मामले सामने आने पर लॉकडाउन लगाये जाने की संभावना के बारे में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी. के. पॉल ने कहा, ‘‘मौजूदा स्थिति में इसकी कोई जरूरत नहीं है। महामारी नियंत्रण में है।’’

संवाददाता सम्मेलन में बताया गया कि भारत सहित दक्षिणपूर्व एशिया क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह में विश्व के कोविड-19 मामलों के सिर्फ 3.1 प्रतिशत मामले सामने आए हैं।

अग्रवाल ने टीका कवरेज के बारे में बताया कि देश की वयस्क आबादी के 84.3 प्रतशित हिस्से को प्रथम खुराक और 49 प्रतिशत को दूसरी खुराक लग चुकी है।

उन्होंने बताया कि केरल और महाराष्ट्र में कोविड के 10,000 से अधिक उपचाराधीन मरीज हैं, जबकि नौ राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में 1,000 से 10,000 के बीच उपचाराधीन मरीज हैं। संक्रमण पुष्टि की साप्ताहिक दर 15 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक है, जबकि 18 जिलों में पांच से 10 प्रतिशत के बीच है।

उड़ानों के प्रतिबंधित किये जाने के बारे में पूछे जाने पर पॉल ने कहा, ‘‘हम वैज्ञानिक अध्ययनों पर करीबी नजर रख रहे हैं। वैज्ञानिक विवरण आने पर फैसला लिया जाएगा। ’’

एनसीडीसी निदेशक सुजीत सिंह ने कहा कि इन्साकॉग ने 26 नवंबर से 883 नमूनों की जांच की है। पूरे महीने में 6400 नमूने की जीनोमिक सीक्वेंसिंग की गई।

भारत में ओमीक्रोन स्वरूप के मामले सामने आने पर डब्ल्यूएचओ की दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, ‘‘हम आपस में जुड़ी हुई दुनिया में रहते हैं इसलिए यह अप्रत्याशित नहीं था। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह इस बात पर जोर देता है कि सभी देश निगरानी बढ़ाएं, सतर्क रहें, विदेशों से आने वाले मामलों का शीघ्र पता लगाएं तथा वायरस के और अधिक प्रसार को रोकने के उपाय करें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ओमीक्रोन सहित सार्स-कोवी-2 के सभी स्वरूपों का मुकाबला करने के उपाय एक जैसे हैं। सरकारों द्वारा व्यापक और स्थिति के अनुकूल जन स्वास्थ्य व सामाजिक उपाय तथा लोगों द्वारा एहतियाती उपायों का सख्त अनुपालन किया जाना चाहिए।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)