विदेश की खबरें | तुर्किये ने अंकारा में आत्मघाती हमले के बाद उत्तरी इराक में संदिग्ध कुर्द उग्रवादियों को निशाना बनाया
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि हवाई हमलों में ‘कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी’ (पीकेके) के लगभग 20 ठिकानों को ‘‘नष्ट’’ कर दिया गया, जिनमें गुफाएं, आश्रय स्थल और डिपो शामिल थे।

तुर्किये के गृह मंत्री ने बताया कि इससे पहले, तीन महीने का ग्रीष्मावकाश समाप्त होने के बाद तुर्किये की संसद की कार्यवाही फिर से शुरू होने से कुछ घंटे पहले अंकारा में रविवार को एक आत्मघाती हमलावर ने एक विस्फोट किया, जिसमें दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए। वहीं, दूसरा हमलावर पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।

पीकेके से जुड़ी एक समाचार एजेंसी ने बताया कि समूह ने आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है।

राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के संबोधन के साथ संसद की कार्यवाही फिर से शुरू होने थी, जिससे पहले यह हमला हुआ।

गृह मंत्री अली येरलिकाया ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि गृह मामलों के मंत्रालय के प्रवेश द्वार के पास हुए इस हमले में दो पुलिस अधिकारी मामूली रूप से घायल हुए हैं।

येरलिकाया ने बताया कि हमलावर एक वाणिज्यिक वाहन में सवार होकर घटनास्थल पर पहुंचे थे।

येरलिकाया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे साहसी पुलिस अधिकारियों ने वाहन से बाहर निकलते ही आतंकवादियों पर जवाबी कार्रवाई की। उनमें से एक ने खुद को उड़ा लिया, जबकि दूसरे को विस्फोट करने से पहले ही सिर में गोली मार दी गई।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों, उनके सहयोगियों, (मादक पदार्थ) तस्करों, गिरोहों और संगठित अपराध संगठनों के खिलाफ हमारी लड़ाई दृढ़ संकल्प के साथ जारी रहेगी।’’

हमलावरों के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। कुर्दिश और धुर वाम चरमपंथी समूहों तथा इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह ने अतीत में देशभर में इस तरह के घातक हमलों को अंजाम दिया है।

एर्दोआन ने संसद में दिए भाषण में कहा, ‘‘जिन दुष्टों ने नागरिकों की शांति और सुरक्षा को निशाना बनाया है, वे कभी अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाएंगे और न ही ऐसी हिमाकत कर पाएंगे।’’

राष्ट्रपति ने अपनी दक्षिणी सीमा को हमलों से सुरक्षित करने के लिए सीरिया के साथ लगती सीमा के 30 किलोमीटर के क्षेत्र को सुरक्षित बनाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

तुर्किये ने इस्लामिक स्टेट और कुर्दिश मिलिशिया समूह, जिसे वाईपीजी के नाम से जाना जाता है, की गतिविधियों को रोकने के लिए 2016 से ही उत्तरी सीरिया में घुसकर कई कार्रवाई की है और क्षेत्र के बड़े हिस्से को नियंत्रित किया है।

सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलू की खबर के मुताबिक, दो हमलावरों ने मध्य प्रांत केसेरी में पशु चिकित्सक से वाहन छीन लिया। सरकार समर्थक अखबार ‘सबाह’ की खबर के अनुसार, उन्होंने वाहन चालक के सिर में गोली मारी और उसका शव सड़क के किनारे फेंक दिया। इसके बाद वे 300 किलोमीटर तक वाहन चलाकर अंकारा पहुंचे।

रविवार को सुरक्षा कैमरे के फुटेज में वाहन मंत्रालय के सामने रुकता हुआ दिखाई दे रहा है, जिसमें से एक व्यक्ति बाहर निकल रहा है और खुद को उड़ाने से पहले इमारत के प्रवेश द्वार की तरफ भाग रहा है। एक दूसरा आदमी उसका पीछा करता नजर आ रहा है।

इससे पहले, टेलीविजन फुटेज में बम निरोधक दस्ते को इलाके में खड़े एक वाहन के पास देखा जा सकता है। यह इलाका 'तुर्किश ग्रैंड नेशनल असेंबली' और अन्य सरकारी इमारतों के समीप स्थित है। इसमें वाहन के पास एक रॉकेट लॉन्चर को पड़े हुए देखा जा सकता है।

तुर्किये के अधिकारियों ने बाद में घटनास्थल की तस्वीरों को प्रसारित करने पर अस्थायी रोक लगा दी।

न्याय मंत्री यिलमाज तुन्क ने कहा कि आतंकी हमले के संबंध में जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने 'एक्स' पर कहा, ''ये हमले आतंकवाद के खिलाफ तुर्किये की लड़ाई को कमजोर नहीं कर पाएंगे।''

तुन्क ने कहा, ''आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूती से जारी रहेगी।''

पुलिस ने इलाके की ओर आने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया है और सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए हैं।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, धमाके में घायल हुए दोनों पुलिस अधिकारियों का इलाज एक अस्पताल में किया जा रहा है और वे खतरे से बाहर हैं।

मिस्र ने हमले की निंदा की है। अमेरिका के अंकारा स्थित दूतावास ने भी बयान जारी कर हमले की निंदा की है।

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