विदेश की खबरें | ट्रंप का अप्रत्याशित रुख रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने में कर सकता है मदद : जेलेंस्की
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

हालांकि, जेलेंस्की ने कहा कि लगभग तीन साल से जारी युद्ध को एक दिन में समाप्त करना संभव नहीं होगा, जैसा कि ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान दावा किया था कि वह ऐसा कर सकते हैं।

जेलेंस्की ने बृहस्पतिवार देर रात यूक्रेनी टेलीविजन को दिये साक्षात्कार में, युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘अगर ट्रंप मजबूत रुख अपनाते हैं, तो युद्ध का भीषण दौर बहुत जल्द समाप्त हो सकता है।’’

ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने वाले हैं। उन्होंने यूक्रेन पर अपनी नीति को सार्वजनिक रूप से स्पष्ट नहीं किया है, लेकिन उनकी पिछली टिप्पणियों ने इस बात पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है कि क्या अमेरिका, यूक्रेन का सबसे बड़ा - और सबसे महत्वपूर्ण सैन्य समर्थक बना रहेगा।

जेलेंस्की ने कहा, ‘‘मेरा मानना ​​है कि (ट्रंप) मजबूत और अप्रत्याशित हैं। मैं चाहूंगा कि राष्ट्रपति ट्रंप का अप्रत्याशित रुख मुख्य रूप से रूस के प्रति हो।’’

युद्ध के अगले महीने चौथे वर्ष में प्रवेश करने और ट्रंप के पदभार ग्रहण करने के मद्देनजर, यह प्रश्न उठता है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से कैसे और कब यूरोप का सबसे बड़ा संघर्ष खत्म होगा।

रूस ने यूक्रेन के करीब 20 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा कर लिया है। युद्ध जिस दिशा में बढ़ रहा है वह यूक्रेन के पक्ष में नहीं है और उसे अपने पश्चिमी सहयोगियों से मदद की दरकार है।

जेलेंस्की ने कहा कि लड़ाई रोकने के लिए एक समझौते की निगरानी के वास्ते यूक्रेन में पश्चिमी शांति सैनिकों को तैनात किये जाने की संभावना फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों द्वारा जताये जाने पर ट्रंप ने सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

जेलेंस्की ने पिछले महीने पेरिस में ट्रंप और मैक्रों से मुलाकात की थी।

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘लेकिन हमें नहीं पता कि कौन-कौन से देश इस पहल में शामिल होंगे और क्या अमेरिका भी शामिल होगा।’’

जेलेंस्की ने कहा कि वह यूक्रेन को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का हिस्सा बनाने के लिए कटिबद्ध हैं।

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