विदेश की खबरें | ट्रंप ने दोबारा राष्ट्रपति बनने पर सामूहिक निर्वासन, मुस्लिम देशों पर प्रतिबंध और आयात पर सीमाशुल्क लगाने का वादा किया
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारी के लिए उनका प्रचार पहले ही शुरू हो चुका है। हालांकि ट्रंप का ज्यादातर समय उनके खिलाफ दर्ज विभिन्न मामलों की सुनवाई में गुजर चुका है। इस बीच वह चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी की दौड़ में आगे चल रहे हैं। ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनने पर अपने कार्यकाल का एजेंडा भी साझा कर चुके हैं। ट्रंप के एजेंडे के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु इस प्रकार हैं:

1. अमेरिका-मेक्सिको बॉर्डर

ट्रंप का कहना है कि वह योजना के तहत अमेरिकी आव्रजन एवं सीमाशुल्क कार्यान्वयन विभाग को अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ा घरेलू निर्वासन अभियान चलाने का निर्देश देंगे। उन्होंने कहा है कि उन लोगों को नहीं बख्शा जाएगा जो अमेरिका में वैध रूप से तो रह रहे हैं, लेकिन जिहादियों से सहानुभूति रखते हैं। साथ ही उन्होंने उन छात्रों का वीजा रोकने की भी बात कही है, जो अमेरिका और यहूदी-विरोधी विचार रखते हैं।

ट्रंप ने कहा है कि वह अमेरिका-मेक्सिको सीमा की सुरक्षा के प्रयास के तहत विदेश में तैनात हजारों सैनिकों और मादक पदार्थ रोधी प्रशासन तथा एफबीआई के एजेंट को आव्रजन विभाग में स्थानांतरित कर देंगे।

उन्होंने सीमा पर और अधिक दीवार बनाने की भी बात कही है। ट्रंप सात मुस्लिम बहुल देशों के लोगों पर एक बार फिर यात्रा प्रतिबंध लगाना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने इस प्रतिबंध का दायरा बढ़ाने की भी बात कही है, ताकि “कट्टरपंथी इस्लामवादी आतंकवादियों को देश से बाहर निकाला जा सके।”

ट्रंप ने इजराइल पर हमास के हमले के मद्देनजर प्रवासियों की “वैचारिक स्क्रीनिंग” का भी वादा किया है।

2. व्यापार

ट्रंप ने कहा है कि वह ज्यादातर विदेशी वस्तुओं पर 10 प्रतिशत कर लगाने के लिए एक व्यवस्था कायम करेंगे। अगर व्यापार साझेदार अपने देश की मुद्रा से हेर-फेर या अनुचित व्यापार तरीकों का इस्तेमाल करते पाए गए तो उनपर जुर्माना भी लगाया जाएगा। ट्रंप ने कहा है कि वह आग्रह करेंगे कि कांग्रेस एक ‘ट्रंप पारस्परिक व्यापार अधिनियम’ पारित करे, जिससे राष्ट्रपति को अमेरिका पर सीमाशुल्क लगाने वाले किसी भी देश पर पारस्परिक सीमाशुल्क लगाने का अधिकार मिल सके।

ट्रंप का ज्यादातर एजेंडा चीन पर केंद्रित होगा। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स, स्टील और फार्मास्यूटिकल्स समेत आवश्यक वस्तुओं के चीनी आयात को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए चार साल की योजना पेश की है। वह ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और कृषि जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण अमेरिकी बुनियादी ढांचे के अधिग्रहण को लेकर चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं।

3. विदेश नीति

ट्रंप का दावा है कि राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ही वह रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रुकवा देंगे। ट्रंप का कहना है कि उनके एजेंडे में ‘यूक्रेन को अमेरिकी धन के अंतहीन प्रवाह’ को समाप्त करना और यूरोपीय देशों से यह कहना शामिल है कि अमेरिकी खजाने से यूक्रेन को जो धन प्रदान किया गया है, वे उसकी भरपाई करें।

ट्रंप ने कहा है कि वह हमास से युद्ध में इजराइल के साथ खड़े रहेंगे और आतंकवादी समूह को ‘नष्ट’ करने के इजराइल के प्रयासों का समर्थन करेंगे।

उनका कहना है कि वह उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के उद्देश्य और मिशन का ‘मौलिक रूप से पुनर्मूल्यांकन’ जारी रखेंगे।

4. जन सुरक्षा

ट्रंप के एजेंडे के अनुसार वह एक बार फिर नेशनल गार्ड को शिकागो जैसे हिंसा से जूझ रहे शहरों में भेजने पर जोर देंगे। वह स्थानीय सरकारों को मजबूत बनाने के लिए संघीय सरकार के वित्त पोषण और अभियोजन अधिकारियों की सेवा लेने की अनुमति देंगे।

ट्रंप का कहना है कि स्थानीय पुलिस को दुकानों को लूटने के संदिग्धों को गोली मारने का अधिकार दिया जाना चाहिए। उन्होंने एक हालिया भाषण में कहा, ‘‘अगर आप किसी दुकान को लूटते हैं, तो आप पूरी उम्मीद कर सकते हैं कि जब आप उस दुकान को छोड़ रहे हों तो आपको गोली मार दी जाएगी।’’ ट्रंप ने मादक पदार्थों के तस्करों और महिलाओं व बच्चों की तस्करी करने वालों के लिए मौत की सजा का आह्वान किया है।

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