लखनऊ, 15 अगस्त : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने रविवार को कहा कि देश की अपेक्षाओं पर खरा उतरना ही भारत के स्वाधीनता संग्राम सेनानियों और सीमा की सुरक्षा करने वाले वीर जवानों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी. मुख्यमंत्री ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर यहां ध्वजारोहण किया और समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ''हमारे लिए कर्तव्य ही सबसे बड़ा राष्ट्र धर्म है. हमारी अपनी पूजा पद्धति विशिष्ट हो सकती है लेकिन जब हम राष्ट्र के परिप्रेक्ष्य में सोचते हैं तो हमारा कर्तव्य ही हमारा राष्ट्र धर्म है.'' उन्होंने कहा कि ''देश के 75वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर आप सभी प्रदेशवासियों को हृदय से बधाई देता हूं. हमारा सौभाग्य है कि देश की स्वाधीनता के अमृत महोत्सव का हमें साक्षी बनने का अवसर मिल रहा है.'' योगी ने कहा, '' पराधीनता के खिलाफ एक लंबी लड़ाई के बाद देश 1947 में अनगिनत बलिदानों के कारण स्वतंत्र हुआ था. देश की स्वाधीनता की क्या कीमत होती है, देश के अंदर अलग-अलग स्थानों पर बने शहीद स्मारक और स्वाधीनता आंदोलन से जुड़े सभी स्मारक इसके जीवंत गवाह हैं.''
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी समेत आजादी की लड़ाई के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ''लखनऊ से ही 1916 में ‘स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है’ का उद्घघोष लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने किया जो देश का एक मंत्र बन गया. क्रांतिकारी गतिविधि पूरे देश में चली और उत्तर प्रदेश इसका एक केंद्र बिंदु बना.'' उन्होंने कहा कि ''गोरखपुर के चौरी चौरा की ऐतिहासिक घटना का शताब्दी वर्ष है जहां के किसानों ने विदेशी हुकूमत के खिलाफ 1922 में निर्णायक लड़ाई लड़ी थी. लखनऊ के काकोरी की घटना को कौन विस्मृत कर सकता है जिसमें पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद, राजेंद्र लाहिड़ी जैसे क्रांतिकारियों ने बिगुल बजाया था.'' मुख्यमंत्री ने कहा, ''आज हम सौभाग्यशाली हैं कि अमृत महोत्सव के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक नये भारत की परिकल्पना साकार होते देख रहे हैं. मोदी ने स्वस्थ, समृद्ध, स्वच्छ और नये भारत की कल्पना की है और उसे साकार होने में समय नहीं लगेगा. आज हम सब कोरोना महामारी के बीच से रास्ता निकालकर जीवन और जीविका बचाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं.'' यह भी पढ़ें : मथुरा में अवैध रूप से रहने के आरोप में रूसी नागरिक गिरफ्तार
मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ हम सबको इस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़नी है और साथ ही हर नागरिक की जीविका की भी रक्षा करनी है.’’ उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में शामिल चिकित्सकों, नर्सों, टीका निर्माण में योगदान देने वाले पैरामेडिकल कर्मियों और अन्य की प्रशंसा की. अपनी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''जो उत्तर प्रदेश देश की छठी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जाता था वह आज देश की दूसरी अर्थव्यवस्था के रूप में सामने आया है. कभी अराजकता जिसकी पहचान थी और जो दंगों के राज्य के रूप में जाना जाता था, कानून व्यवस्था ध्वस्त थी, नौजवानों के सामने पहचान का संकट था लेकिन आज वही उत्तर प्रदेश कानून-व्यवस्था में देश में रोल मॉडल बना है.'' इस मौके पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डाक्टर दिनेश शर्मा तथा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत राज्य सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री मौजूद थे.