बर्मिंघम, 18 मार्च भारत की त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी लगातार दूसरे साल आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप महिला युगल के सेमीफाइनल में हार गई ।
भारतीय जोड़ी को दुनिया की 20वें नंबर की कोरियाई जोड़ी बाएक ना हा और ली सो ही ने 46 मिनट तक चले मुकाबले में 21 . 10, 21 . 10 से हराया ।
गायत्री के पिता पुलेला गोपीचंद आखिरी बार 2001 में आल इंग्लैंड खिताब जीतने वाले भारतीय थे । उनसे पहले प्रकाश पादुकोण ने 1980 में यह खिताब अपने नाम किया था ।
उन्नीस वर्ष की त्रिसा और 20 वर्ष की गायत्री के पास फाइनल्स में पहुंचने का बड़ा मौका था लेकिन वे सेमीफाइनल की बाधा पार नहीं कर सके ।
उनके सामने कोरिया की कठिन जोड़ी थे जिसमें से ली ने दो बार विश्व चैम्पियनशिप खिताब जीता हुआ है ।
भारतीय जोड़ी अच्छी शुरूआत करने में नाकाम रही और शुरू ही में 0 . 4 से पिछड़ गई । अपनी लंबी रेलियों से कोरियाई जोड़ी ने दबाव बनाये रखा और 11 . 5 की बढत बना ली । भारतीय जोड़ी ने कुछ अंक बनाकर स्कोर 9 . 13 किया लेकिन इसके बाद से मुकाबला एकतरफा होता चला गया ।
दूसरे गेम में उन्होंने 11 . 2 की मजबूत बढत से ही शुरूआत की । भारतीयों ने कई गलतियां की जिसका उन्होंने फायदा भी उठाया और गेम तथा मैच अपने नाम कर लिया ।
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