कोलकाता: भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को दावा किया कि केंद्र के नये कृषि कानूनों का विरोध कर रही ममता बनर्जी सरकार ने पश्चिम बंगाल के किसानों को स्वतंत्र रूप से अपनी उपज बेचने का अधिकार देने के लिए ऐसा ही कानून पारित किया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर ‘दोहरा रवैया’ अपनाने का आरोप लगाते हुए विजयवर्गीय ने उनसे यह भी स्पष्ट करने की अपील की कि ‘‘क्या बंगाल में रोहिंग्या एवं बांग्लादेशी प्रवासी भी अंदरूनी हैं जैसा कि वह अक्सर दूसरे राज्यों के भाजपा नेताओं को ‘बाहरी’ बताती हैं.’’
उन्होंने यहां रेड रोड पर एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस सरकार ने पहले ही किसानों के लिए विधेयक पारित किये हैं और उन्हें अपनी उपज अपनी पसंद के हिसाब से कहीं भी बेचने की अनुमति दी लेकिन जब मोदीजी ने ऐसा किया तब वह इसका विरोध कर रही हैं.’’
उन्होंने देश के प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री को ‘बाहरी’ करार देने को लेकर तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो की आलोचना की. यह भी पढ़े | Farmers Protest: भारत बंद में शामिल नहीं होगा RSS से जुड़ा भारतीय किसान संघ.
विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘ आपको बंगाल की संस्कृति एवं मूल्यों की चिंता नहीं है, आपकी रुचि बस वोट बैंक की राजनीति में है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने अतीत में दूर्गा पूजा विसर्जन समारोह रोक दिया, लेकिन मुहर्रम का जुलूस निकलने दिया. उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा मजबूत एवं भरोसेमंद सरकार देगी, जो दोनों धर्मों के लोगों को एक ही समय अपने-अपने धार्मिक अनुष्ठान में हिस्सा लेने देगी लेकिन किसी को अशांति पैदा करने की हिम्मत नहीं होगी. ’’
राज्य में विपक्ष को कुचलने का प्रयास किये जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है, जबरन विपक्ष को कुचलने का प्रयास सफल नहीं होगा.’’ भाजपा उपाध्यक्ष मुकुल राय ने डॉ. बी आर अंबेडकर की पुण्यतिथि पर उनकी याद में आयोजित रैली में कहा कि भाजपा यह सुनिश्चित करेगी कि राज्य में अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग को उचित सम्मान मिले.
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