ताजा खबरें | तृणमूल ने की मांग : प्रधानमंत्री बांग्लादेश के मुद्दे पर संसद में दें बयान

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर तृणमूल कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को मांग की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पड़ोसी बांग्लादेश की स्थिति के बारे में संसद में बयान देना चाहिए।

तृणमूल नेता डेरेक ओब्रायन ने आज राज्यसभा में व्यवस्था के प्रश्न के नाम पर इस मुद्दे को उठाने का प्रयास किया किंतु सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। उन्हें अनुमति नहीं मिलने पर उच्च सदन में तृणमूल सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी।

राज्यसभा में तृणमूल की उपनेता सागरिका घोष ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर संसद में बयान देना चाहिए।

घोष ने कहा, ‘‘संसद का सत्र चालू है, बांग्लादेश की स्थिति को लेकर बहुत ही संवेदनशील मामला है। प्रधानमंत्री को संसद में आना चाहिए और बांग्लादेश के बारे में एक पूर्ण बयान देना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पार्टी नेता डेरेक ओब्रायन ने आज इस मुद्दे को उठाया कि हम बांग्लादेश में लोगों विशेषकर अल्पसंख्यकों को लेकर बहुत चिंतित हैं।’’

घोष ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को संसद में आना चाहिए तथा इस बात पर पूर्ण बयान और पूरा स्पष्टीकरण देना चाहिए कि भारत सरकार बांग्लादेश की स्थिति को लेकर क्या करने की मंशा रखती है।’’

बांग्लादेश में अगस्त के प्रारंभ में मोहम्मद युनूस की अंतरिम सरकार द्वारा शासन की बागडोर संभाले जाने के बाद से वहां हिन्दुओं को निशाना बनाये जाने पर भारत में विभिन्न पक्षों द्वारा कई बार चिंता जतायी जा चुकी है।

सूत्रों के अनुसार, विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति को बुधवार को यह सूचित किया कि बांग्लादेश ने आश्वासन दिया है कि देश में अल्पसंख्यकों के विरूद्ध हिंसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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