मध्य प्रदेश 12 दिसंबर: ग्वालियर में एक अप्रत्याशित घटना में दो मेडिकल छात्र कथित तौर पर एक ढाबे पर नकल करते और परीक्षा देते पकड़े गए. यह मामला एक राहगीर द्वारा बनाए गए वीडियो के ज़रिए सामने आया, जिसने छात्रों को परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने के लिए डांटा. दरअसल, ग्वालियर-चंबल क्षेत्र बड़े पैमाने पर नकल के लिए बदनाम है. हालांकि, अब स्थिति और भी खराब होती दिख रही है, क्योंकि नर्सिंग के छात्र ग्वालियर-मुरैना हाईवे पर एक ढाबे पर खुलेआम अपनी प्रैक्टिकल परीक्षा देते पकड़े गए. वीडियो में कथित तौर पर जीएनएम (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) की छात्राएं और दूसरे व तीसरे वर्ष की छात्राएं एप्रन पहने हुए भोजनालय के बाहर अपनी प्रायोगिक परीक्षाएं देते हुए दिखाई दे रही हैं. यह भी पढ़ें: Andhra Pradesh: कोनासीमा में अवैध जलकृषि का विरोध करने पर पर्यावरण कार्यकर्ता को खंभे से बांधकर पीटा, शॉकिंग वीडियो आया सामने
वीडियो में एक व्यक्ति छात्रों को डांटते हुए यह कहते हुए सुना जा सकता है, "कॉलेज में जगह नहीं है क्या? ढाबे पर एग्जाम क्यों दे रहे हो?... (क्या आपके कॉलेज में सीटें खत्म हो गई हैं? आप यहां परीक्षा क्यों दे रहे हैं?)" यह आवाज नर्सिंग छात्र संघ के जिला अध्यक्ष उपेंद्र सिंह गुर्जर की बताई जा रही है, जिन्होंने मुरैना से ग्वालियर जाते समय इस घटना को देखा और इस गड़बड़ी का खुलासा किया. हैरानी की बात यह है कि ये छात्र पकड़े जाने के डर के बिना नकल करने के लिए नोट्स और कॉपियों का इस्तेमाल करते देखे गए.
नर्सिंग के छात्र ग्वालियर में सड़क किनारे ‘ढाबे’ पर प्रैक्टिकल परीक्षा देते हुए कैमरे में कैद:
#WATCH | MP: Medical Students Caught Writing Exam At 'Dhaba' In #Gwalior#MadhyaPradesh #MPNews #medicalstudent pic.twitter.com/AAq23WGljO
— Free Press Madhya Pradesh (@FreePressMP) December 12, 2024
गुर्जर के अनुसार नकल माफिया ने ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में नर्सिंग शिक्षा को अपने कब्जे में ले लिया है. जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के कथित समर्थन से ये माफिया नर्सिंग शिक्षा की प्रतिष्ठा को धूमिल कर रहे हैं और मोटा मुनाफा कमाते हुए युवा अभ्यर्थियों के भविष्य को खतरे में डाल रहे हैं. उपेंद्र सिंह गुर्जर ने इस कुप्रथा की कड़ी निंदा की है और दो दिन में नर्सिंग छात्रों के साथ भोपाल में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है. वे नकल माफिया और इसे बढ़ावा देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव को ज्ञापन सौंपने की योजना बना रहे हैं.