नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में उपचुनाव की तारीख की घोषणा नहीं करने के लिए निर्वाचन आयोग की आलोचना की और आरोप लगाया कि आयोग भाजपा के इशारे पर ‘‘विलंब करने की रणनीति’’ अपना रहा है।
यह सीट पार्टी सांसद एस.के. नूर-उल-इस्लाम की 25 सितंबर को कैंसर से मौत के बाद खाली हुई थी।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को 15 राज्यों के 48 विधानसभा क्षेत्रों एवं दो संसदीय क्षेत्रों के लिए उपचुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की।
केरल की वायनाड लोकसभा सीट और विभिन्न राज्यों की 47 विधानसभा सीट के लिए 13 नवंबर को उपचुनाव होगा, जबकि महाराष्ट्र के नांदेड़ संसदीय क्षेत्र और तथा उत्तराखंड के केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के लिए 20 नवंबर को उपचुनाव कराया जाएगा।
अदालत में चुनावी याचिकाएं लंबित होने के चलते निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल की बशीरहाट लोकसभा सीट तथा उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा फिलहाल नहीं की है।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने इसे ‘‘विलंब करने की रणनीति’’ बताया और कहा कि पार्टी आसानी से सीट जीत सकती थी।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बशीरहाट के लिए दायर चुनाव याचिका उपचुनाव में देरी के लिए भाजपा और निर्वाचन आयोग द्वारा मिलकर रची गई एक साजिश है। तृणमूल आसानी से यह सीट जीत सकती थी, इसलिए इसकी घोषणा नहीं की गई।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)