जयपुर, 20 फरवरी राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को कहा कि लोक सेवकों को देश एवं प्रदेश की प्राथमिकताओं के अनुसार नीतियां बनानी चाहिए तथा उन नीतियों में नवीनतम तकनीक और नवाचारों को प्रभावी रूप से लागू करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक सेवकों को सुशासन के लिए पारदर्शिता, जवाबदेही और सेवा प्रदान करने पर ध्यान रखते हुए काम करना होगा।
मुख्यमंत्री राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में ‘‘अमृत काल के लक्ष्य प्राप्त करने में लोक प्रशासन की भूमिका‘‘ विषय पर स्वामी गोविन्द देव गिरि जी महाराज के व्याख्यान के अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं लोकसेवकों को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसेवकों को अपनी भूमिका निष्ठा से निभानी होगी, जिससे आमजन का सुशासन के प्रति विश्वास बना रहें तथा विकसित भारत के निर्माण में सभी अपना योगदान दे सकें।
उन्होंने कहा कि अयोध्या का राम मंदिर वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक केंद्र है और इस मंदिर के निर्माण में श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष के रूप में स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज के योगदान को कोई नहीं भुला सकता।
इस अवसर पर स्वामी गोविन्द देव गिरि ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत काल की संकल्पना हम सबके सामने रखी, जिसमें उन्होंने नारी, किसान, युवा एवं गरीब चार वर्गों के उत्थान पर विशेष जोर दिया है।
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