नयी दिल्ली, एक जुलाई केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से अपील की कि वे चालू खरीफ सत्र के दौरान फसल उत्पादन को अधिकतम करने के लिए सर्वोत्तम कृषि पद्धतियों को अपनाएं।
किसानों को लिखे पत्र में, तोमर ने कहा कि कृषि उत्पादन देश की अर्थव्यवस्था की धुरी बन गया है। बेहतर फसल प्रबंधन प्रथाओं को अपनाकर, कृषि उत्पादन को कई गुना बढ़ाया जा सकता है। पहले से योजना बनाना, सही निर्णय लेना और उन्हें खेत के स्तर पर लागू करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि और गांवों को केंद्र में रखते हुए ही एक आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना की है। तोमर ने कहा, ‘‘हमें खरीफ फसल के प्रचुर उत्पादन कैसे सुनिश्चित करने चाहिए। वर्तमान स्थिति में, किसान कृषि उत्पादन बढ़ाने की एक बड़ी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उत्पादन सिर्फ अपने कल्याण के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के कल्याण के लिए है।”
उन्होंने कहा कि देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून के प्रारंभ के साथ, मंत्री ने कहा कि खरीफ फसलों की बुवाई भी कई स्थानों पर पूरी हो गई है, और अन्य क्षेत्रों में यह काम जारी है।
पत्र में उन्होंने राइजोबियम बैक्टीरिया के साथ दलहनी बीज उपचार, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार पोटाश और फास्फोरस के साथ नाइट्रोजन उर्वरकों के संतुलित उपयोग और सर्वोत्तम सिंचाई विधियों का प्रयोग करने का भी जिक्र किया है।
यह कहते हुए कि देश पिछले तीन महीनों से कोरोनोवायरस संकट से प्रभावी ढंग से निपट रहा है, मंत्री ने कहा कि रबी फसलों की कटाई की गई और बिक्री प्रक्रिया बिना किसी बाधा के पूरी हुई है।
उन्होंने उद्योगों और व्यवसायों को प्रभावित करने वाले लॉकडाऊन के कठिन समय में भी अपने कृषि कार्य को जिम्मेदारी और समर्पण के साथ पूरा करने के लिए किसानों की सराहना की।
राजेश
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