पटना, 20 फरवरी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव राज्य की जनता का भरोसा जीतने के लिए मंगलवार को मुजफ्फरपुर जिले से अपनी ‘‘जन विश्वास यात्रा’’ की शुरुआत करेंगे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग होकर पुराने सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ राज्य में नयी सरकार बनाने के कारण सत्ता से बाहर हो चुके यादव अपनी इस यात्रा के जरिये 11 दिन में सभी 38 जिलों को कवर करने की कोशिश करेंगे।
यादव पूर्ववर्ती महागठबंधन की सरकार में उप मुख्यमंत्री थे।
अपनी इस यात्रा के क्रम में यादव पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी में रात्रि विश्राम के लिए पहुंचने से पहले सीतामढ़ी और शिवहर में दो और जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
अपनी यात्रा की पूर्व संध्या पर सोमवार देर शाम सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर लाइव आकर एक संदेश में यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ‘‘पुराने जमाने का नेता हैं जो अपनी कुर्सी खुद ही छोड़ देंगे तो बेहतर होगा’’।
यादव ने यह भी दावा किया कि कुमार के महागठबंधन से अलग होने के कारण पार्टी के सत्ता से बाहर होने से वह निराश नहीं हैं।
यादव ने आरोप लगाया, ‘‘ बिहार को स्थिरता और दूरदर्शी नेतृत्व की जरूरत है। नीतीश कुमार के ढुलमुल रवैये और लीक से हटकर सोचने की असमर्थता यह दर्शाती है कि उनमें इन दोनों का अभाव है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘ फिर भी, 17 महीनों के अपने कार्यकाल के दौरान हमने उनसे राजद के 10 लाख सरकारी नौकरियां सृजित करने के संकल्प पर साहसिक निर्णय लेने को कहा। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी इसका अनुसरण करते हुए रोजगार मेलों का आयोजन पड़ा।’’
कुमार पर तंज करते हुए राजद नेता ने कहा, ‘‘ नीतीश कुमार अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) के पतन को लेकर असहज हैं और ऐसी अफवाह है कि वह विधानसभा को जल्दी भंग करना चाहते हैं। उनका (नीतीश का) मानना है कि अगर राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ चुनाव होते हैं तो इससे उन्हें उनकी पार्टी को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी।’’
बिहार विधानसभा का कार्यकाल 2025 के अंत में समाप्त हो रहा है। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में जद(यू) के केवल 45 सदस्य हैं।
यादव ने कहा, ‘‘ हमें इस बात की चिंता नहीं है कि नीतीश कुमार क्या करने जा रहे हैं। लेकिन इस जन विश्वास यात्रा के माध्यम से हम बिहार के लोगों तक पहुंचना चाहते हैं और उन्हें आश्वस्त करना चाहते हैं कि चाहे कुछ भी हो, हम उनके साथ हैं।’’
यादव की इस जन विश्वास यात्रा का समापन एक मार्च को होगा।
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