धर्मशाला, 25 अप्रैल केन्द्रीय तिब्बतीय प्रशासन (सीटीए) ने 25 वर्ष पहले चीनी प्रशासन द्वारा हिरासत में लिए गए 11वें पंचेन लामा के समर्थन में तीन हफ्ते का अभियान चलाने की घोषणा की है। हिरासत में लिए जाने के बाद से 11वें पंचेन लामा कभी दिखाई नहीं दिए।
गेधुन चोइकयी न्यीमा जब छह साल के थे तब उन्हें दलाई लामा ने 10वें पंचेन लामा के उत्तराधिकारी की मान्यता दी थी। वह शनिवार को 31 वर्ष के हो गए।
चीन ने उनके उत्तराधिकार को मान्यता नहीं दी और अन्य उम्मीदवार को पंचेन लामा बना दिया था।
चीन ने पहले कहा था कि गेधुन चोइकयी न्यीमा और उनका परिवार देश में आम नागरिक की जिंदगी जी रहा है।
तिब्बत वर्षों से उनकी रिहाई की मांग दुनिया भर में उठाता रहा है।
केन्द्रीय तिब्बती प्रशासन के अध्यक्ष लोबसांग सांगे ने यहां एक बयान में कहा,‘‘ जब हम गेधुन चोइकयी न्यीमा का जन्मदिन मना रहे हैं,हम 25 पहले उनके लापता हो जाने को भी याद कर रहे हैं।’’
सांगे ने कहा कि सीएटी-निकाय जिसे तिब्बत की निर्वासित सरकार भी कहते हैं, ने उनकी चीन से तत्काल रिहाई की मांग का वैश्विक अभियान शुरू किया है।
उन्होंने कहा,‘‘दुर्भाग्य से कोरोना वायरस महामारी के कारण हम भौतिक रूप से खेमेबंदी (लॉबीईंग) नहीं कर पा रहे हैं लेकिन हमने दूरी दुनिया में आभासी खेमेबंदी शुरू कर दी है।’’
हम संयुक्त राष्ट्र से इस मामले पर चर्चा की अपील करते हैं।
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