जयपुर, तीन जून भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने 1.20 लाख रुपये की रिश्वतखोरी के मामले में राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम (आरएसआरडीसी) के दो परियोजना निदेशक तथा एक सेवानिवृत्त सहायक लेखाधिकारी को गिरफ्तार किया है।
एसीबी के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि आरोपी सहायक लेखाधिकारी के घर से 92 लाख रुपये एवं एक परियोजना निदेशक के घर से 32 लाख रुपये से अधिक की नकद राशि बरामद की गई।
उन्होंने बताया कि निगम के अधिशासी अभियंता और परियोजना निदेशक (धौलपुर) सियाराम चन्द्रावत, अधिशासी अभियंता व परियोजना निदेशक (भरतपुर) लक्ष्मण सिंह तथा सेवानिवृत्त सहायक लेखाधिकारी व निगम के मुख्य प्रबंधक के सलाहकार महेश चंद गुप्ता को एक लाख 20 हजार रुपये रिश्वत राशि लेते-देते गिरफ्तार किया गया है।
ब्यूरो मुख्यालय को एक गोपनीय सूचना मिली थी कि राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम (आरएसआरडीसी) के विभिन्न जिलों में हुए/चल रहे निर्माण कार्यों के परियोजना निदेशकों तथा ठेकेदारों द्वारा मिलीभगत कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। यह भी जानकारी मिली कि इस मिलीभगत के जरिये बजट आंवटन और बिल भुगतान करने को लेकर निगम के मुख्य प्रबन्धक के लिये रिश्वत के रूप में बड़ी धनराशि का लेनदेन किया जा रहा है।
इसके आधार पर जानकारी जुटाते हुए सोमवार को ब्यूरो की टीम ने कार्रवाई की और आरोपियों को रिश्वत लेते पकड़ लिया।
उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान आरोपियों के कब्जे से एक लाख 11 हजार रुपये की संदिग्ध राशि बरामद की गई।
आरोपी महेश चंद गुप्ता के निवास की तलाशी में अब तक 92 लाख रुपये से अधिक की नकदी एवं नोट गिनने की मशीन बरामद की जा चुकी है।
इसी प्रकार आरोपी सियाराम चन्द्रावत के घर की तलाशी से करीब 32 लाख रुपये नकद बरामद हो चुके हैं। निगम के मुख्य प्रबंधक सुधीर माथुर एवं अन्य अधिकारियों के आवास और अन्य ठिकानों पर भी तलाशी जारी है।
पृथ्वी कुंज
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