बुलंदशहर (उप्र), 18 अक्टूबर बुलंदशहर जिले की एक अदालत ने तीन बच्चों की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी तीन व्यक्तियों को बुधवार को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनायी।
सहायक शासकीय अधिवक्ता विजय कुमार शर्मा ने बताया कि 24 मई 2019 को कोतवाली नगर इलाके के तहत फैसलाबाद के रहने वाले माहे आलम की बेटी अलीबा (सात), भतीजी आसमां (नौ) और भांजा अब्दुल रहमान (आठ) घर के पास खेल रहे थे। उन्होंने बताया कि इसी दौरान वे लापता हो गये और उनकी तलाश के दौरान माहे आलम के साथ काम करने वाले नफीस नामक व्यक्ति ने बताया कि अपराधी किस्म के व्यक्ति सलमान, बिलाल और इमरान उर्फ गूंगा तीनों बच्चों को अपने साथ ले जा रहे थे।
उन्होंने बताया कि काफी तलाश करने के बावजूद बच्चों का पता नहीं लग सका और अगले दिन सुबह तीनों बच्चों के शव धतूरी गांव के जंगल में एक ट्यूबवेल के होज में मिले। उन्होंने बताया कि बच्चों को गोली मारी गयी थी।
शर्मा ने बताया कि अपर सत्र न्यायाधीश मनु कालिया ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद तीनों अभियुक्तों को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई और सभी पर 1.72-1.72 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।
शर्मा ने बताया कि माहे आलम ने अपने ममेरे भाई बिलाल और उसके साथी इमरान की आपराधिक छवि के कारण उन्हें अपने घर आने से मना कर दिया था। उन्होंने बताया कि वारदात की रात को माहे आलम के भाई जमशेद ने अपने घर पर रोजा इफ्तार का कार्यक्रम रखा था। उन्होंने बताया कि इसमें बिलाल, इमरान और सलमान शामिल होना चाहते थे लेकिन माहे आलम ने तीनों को रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल नहीं होने दिया था।
उन्होंने बताया कि इससे नाराज होकर वे एक साजिश के तहत तीनों बच्चों को जंगल में ले गये और गोली मारकर उनकी हत्या कर दी और शव ट्यूबवेल के हौज में डाल दिये।
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