नयी दिल्ली, छह जुलाई स्टार्टअप इकाइयों के प्रोत्साहन के लिये उठाये गये कदमों को प्रभावी तरीके से लागू करने में उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) की सहायता के लिए सलाहकार एजेंसी के चयन की प्रक्रिया के तकनीकी मूल्यांकन के चरण में तीन परामर्श एजेंसियों...प्राइसवाटरहाउस कूपर्स, ई एंड वाई और केपीएमजी...को छांटा गया है।
विभाग ने मार्च में स्टार्टअप इंडिया पहल के लिये परामर्श एजेंसी नियुक्त करने को लेकर अनुरोध प्रस्ताव आमंत्रित किया था। इसके लिये चार सलाहकार एजेंसियों ने बोलियां लगायी।
इस संदर्भ में प्रारंभिक प्रस्तावों का मूल्यांकन करने के लिये 26 जून को बैठक हुई। बैठक के ब्योरे के अनुसार तीन परामर्श एजेंसियों ने 60 से अधिक अंक प्राप्त किये और वे तकनीकी रूप से पात्र पाये गये।
ब्योरे के अनुसार डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव अनिल अग्रवाल की अध्यक्षता में मूल्यांकन समिति ने सभी पात्र आवेदनकर्ताओं की वित्तीय बोलियों को छह जुलाई को खोलने का फैसला किया।’’
इसमें कहा गया है कि तकनीकी पात्रता के लिये ग्रांट थोर्नटन इंडिया एलएलपी न्यूनतम अंक हासिल नहीं कर सकी। इसके कारण वह वित्तीय बोली के लिये पात्र नहीं हो पायी।
विभाग ने स्टार्टअप इंडिया कार्य योजना के जमीनी स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन के लिये परामर्श इकाई की सेवा लेने का प्रस्ताव किया है। परामर्श इकाई तीन साल तक सेवा देंगे जिसे एक बार में एक साल के लिये बढ़ाया जा सकता है। कुल मिलाकर उनकी सेवा पांच साल के लिये हो सकती है।
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