विदेश की खबरें | ईरान समर्थित हजारों लड़ाकों ने इजराइल के खिलाफ लड़ाई में हिज्बुल्ला में शामिल होने की पेशकश की
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

लड़ाकों का कहना है कि वे हिज्बुल्ला का साथ देने के लिए लेबनान आने को तैयार हैं।

अक्टूबर की शुरुआत में हमास नियंत्रित गाजा पट्टी के लड़ाकों द्वारा दक्षिणी इजराइल पर हिंसक हमला करने के बाद से उत्तरी इजराइल के साथ लगी लेबनान की सीमा पर लगभग रोजाना गोलीबारी हो रही है।

इस महीने उत्तरी क्षेत्र में स्थिति तब और खराब हो गई जब दक्षिणी लेबनान में इजराइली हवाई हमले में हिजबुल्ला के एक वरिष्ठ सैन्य कमांडर की मौत हो गई। हिज्बुल्ला ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उत्तरी इजराइल में सैकड़ों रॉकेट दागे थे।

पिछले दशक के दौरान लेबनान, इराक, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के ईरान समर्थित लड़ाकों ने सीरिया के 13 साल के संघर्ष में एक साथ लड़ाई लड़ी है।

ईरान समर्थित समूहों के अधिकारियों का कहना है कि वे इजराइल के खिलाफ फिर से एकजुट हो सकते हैं।

ईरान समर्थित लेबनानी और इराकी समूहों के अधिकारियों का कहना है कि यदि लेबनान-इजराइल सीमा पर युद्ध छिड़ता है तो पूरे क्षेत्र से ईरान समर्थित लड़ाके इसमें शामिल हो जाएंगे।

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