लखनऊ, छह फरवरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सपा को 'नकली समाजवादी' करार देते हुए रविवार को कहा कि जनता की आस्था से कोई सरोकार न रखने वाले इन लोगों को भाजपा को अपार समर्थन देख अब सपने में भगवान कृष्ण की याद आने लगी है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान कोविड—19 महामारी के कारण सरकार के कार्यों में व्यवधान पड़ा। फिर से बहुमत मिलने पर योगी आदित्यनाथ की सरकार और भी तेजी से काम करके इन दो सालों के दौरान हुए नुकसान से निकालकर उत्तर प्रदेश को आगे ले जाएगी।
मोदी ने मथुरा, बुलंदशहर और आगरा के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित 'जन चौपाल' को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पार्टी पर तीखे प्रहार किये और कहा ''चुनाव देखकर कृष्ण भक्ति का चोला ओढ़ने वाले लोग जब सरकार में थे तो वृंदावन, बरसाना, गोवर्धन और नंदगांव को वे भूल ही गए थे। आज भाजपा को अपार समर्थन देख इन लोगों को अब सपने में भगवान कृष्ण की याद आने लगी है।''
गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में कहा था कि भगवान कृष्ण रोजाना उनके सपने में आकर कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनने जा रही है।
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, ''जो पहले सरकार में थे उन्हें ना तो आप लोगों की आस्था से मतलब रहा है और ना ही आपकी जरूरतों से। उनका सिर्फ एक ही एजेंडा रहा है, उत्तर प्रदेश को लूटो। उन्हें बस सरकार बनाने से मतलब रहा है, इसीलिए आज वह मुख्यमंत्री योगी जी और भाजपा सरकार को पानी पी-पीकर कोस रहे हैं। उप्र का इन लोगों ने जो हाल बना दिया था, वह इन नकली समाजवादियों के कर्मों का कच्चा चिट्ठा है।''
मोदी ने कहा ''अगर कोरोना महामारी का संकट नहीं आया होता तो पिछले दो साल में योगी जी कई काम कर चुके होते, लेकिन इन दो साल कठिनाइयों से गुजारने पड़े। सरकार की शक्तियों को भी लोगों की जान बचाने में लगाना पड़ा। नहीं तो जिस तरीके से 2017 से योगी जी ने काम का मामला उठाया था, अगर दो साल में यह रुकावट ना आई होती तो आज उत्तर प्रदेश कहां से कहां पहुंच गया होता, लेकिन मुझे विश्वास है कि उत्तर प्रदेश के लोग आने वाले पांच साल के लिए भरपूर बहुमत देंगे और योगी जी भी इतनी ताकत से दौड़ेंगे कि जो दो साल बीमारी के कारण तकलीफ आई है, उससे आगे निकालकर उप्र को ले जाएंगे।''
मोदी ने आरोप लगाया, ''पिछली सरकारों के शासनकाल में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद थे कि वे राजमार्गों पर गाड़ी रोककर लूटपाट करते थे और हाईवे पर ही महिला और बेटियों के साथ क्या होता था यह बुलंदशहर के लोग अच्छी तरह से जानते हैं। तब उत्तर प्रदेश में घरों दुकानों पर अवैध कब्जे होना आम बात थी। लोग अपना घर छोड़कर पलायन को मजबूर होते थे। आगरा के दंगों में आरोपियों के सिर पर किसका हाथ था यह आप भली-भांति जानते हैं।''
उन्होंने आरोप लगाया कि पहले की सरकारें भय फैलाने में जुटी थी जबकि भाजपा भविष्य का निर्माण कर रही है। यही फर्क है भाजपा की सरकार और पिछली सरकारों में, इसलिए आज उत्तर प्रदेश में बहन बेटियां खुले दिल से कह रही हैं 'पहले हमें घर से निकलने में लगता था डर, अब भाजपा राज में अपराधी कांपे थर-थर।'
उन्होंने कहा, ''उत्तर प्रदेश के लोगों ने दो टूक कह दिया है कि धन-दौलत, बाहुबल, जातिवाद, परिवारवाद और संप्रदायवाद के दम पर भले ही कुछ लोग कितनी ही राजनीति कर लें, लेकिन वह जनता का प्यार नहीं पा सकते। जनता का आशीर्वाद तो उसे ही मिलेगा जो सच्चे अर्थ में प्रदेश के लोगों की सेवा करेगा, इसलिए जनता ने तय कर दिया है कि इस बार भी चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा विकास का ही है।''
मोदी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने दिखा दिया है कि अगर उत्तर प्रदेश का विकास कोई कर सकता है तो वह सिर्फ भाजपा ही है, इसलिए पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश के लोग यह ठान कर बैठे हैं कि कमल का बटन फिर दबाना है और भाजपा को ही जिताना है।
उन्होंने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना तथा आयुष्मान योजना समेत अपनी सरकार की तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इससे उत्तर प्रदेश के करोड़ों नागरिकों को सीधा लाभ मिल रहा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना का जिक्र करते हुए मोदी ने सपा पर एक बार फिर निशाना साधा और कहा, ''गरीबों के घरों को लेकर नकली समाजवादियों का क्या रवैया रहा है यह मैं आपको जरूर याद दिलाउंगा। आगरा, मथुरा और बुलंदशहर के नगरीय क्षेत्रों में पिछली सरकार ने 8000 घर भी नहीं बनवाए थे, मगर पिछले पांच सालों में योगी जी की सरकार ने इन क्षेत्रों में करीब 85000 घर बनाकर गरीबों को दिए हैं।''
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की भलाई के लिए 'नकली समाजवादियों' और उनके साथियों का सत्ता से दूर रहना बहुत आवश्यक है। वे आज भी किसानों से झूठे वादे कर रहे हैं। गन्ना किसानों को झूठी बातें बताकर उकसाने का प्रयास कर रहे हैं। किसान भूले नहीं हैं कि सत्ता में रहकर इन लोगों ने क्या-क्या किया था। कैसे गन्ना किसानों को भुगतान के नाम पर रुला दिया था। भाजपा सरकार ने पिछले पांच साल में गन्ना किसानों का डेढ़ लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किया है, जो पहले की सरकारों में 10 साल में हुए भुगतान से भी कहीं ज्यादा है। यूपी के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का फायदा मिले, इसके लिए भी टेक्नोलॉजी की ज्यादा से ज्यादा मदद ली जा रही है।
सलीम
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