मणिपुर लौट रहे जो लोगों को क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य, नियमों का पालन नहीं करने पर भेज दिया जाएगा जेल: CM एन बीरेन सिंह
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से राज्य लौट रहे लोगों को अनिवार्य रूप से पृथक-वास में रहना होगा और ऐसा नहीं करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकारी आरआईएमएस और जेएनआईएमस अस्पतालों की प्रयोगशालाओं में हर रोज 200 से 300 नमूनों की जांच की जा रही है.
इम्फाल, 23 मई: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (N. Biren Singh) ने कहा है कि देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से राज्य लौट रहे लोगों को अनिवार्य रूप से पृथक-वास में रहना होगा और ऐसा नहीं करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाएगा. सिंह ने कहा कि प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले लोगों को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कानून, 2005 के तहत सजा दी जाएगी. उन्होंने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, "यह बहुत गंभीर मामला है. लौट रहे जो लोग प्रोटोकॉल का पालन नहीं करेंगे, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और जेल भेज दिया जाएगा."
उन्होंने कहा कि विदेशों और देश के अन्य राज्यों से लौट रहे जो लोग जांच रिपोर्ट आने के बाद संक्रमित नहीं पाए जाएंगे, उन्हें उनके घर में पृथक-वास में रहने की अनुमति दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता इस बीमारी को सामुदायिक स्तर पर फैलने से रोकना है.’’
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उन्होंने कहा कि जिन लोगों के लिए घर में पृथक-वास में रहना संभव नहीं है, उन्हें पृथक-वास केंद्रों में रखा जाएगाा. सिंह ने लोगों से अपील की कि वे राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या में हाल में बढ़ोतरी से घबराए नहीं. राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित 24 लोगों का इस समय इलाज चल रहा है.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हालात काबू करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
उन्होंने कहा कि सरकारी आरआईएमएस और जेएनआईएमस अस्पतालों की प्रयोगशालाओं में हर रोज 200 से 300 नमूनों की जांच की जा रही है और रोजाना 700 से 800 नमूने एकत्र किए जा रहे हैं.
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