जयपुर, आठ जनवरी राजस्थान की सोलहवीं विधानसभा का तीसरा सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। एक बयान में यह जानकारी दी गयी।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताया कि यह सत्र ‘नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन (नेवा)’ के तहत पूर्णरुपेण डिजिटलीकृत होगा।
आधिकारिक बयान के अनुसार देवनानी ने बुधवार को सत्र की तैयारियों की जानकारी ली। देवनानी ने अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सत्र की शुरुआत राज्यपाल हरिभाऊ बागडे के अभिभाषण से होगी।
देवनानी ने कहा है कि सोलहवीं राजस्थान विधान सभा का तृतीय सत्र ‘नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन (नेवा)’ के तहत पूर्णरुपेण डिजिटलीकृत होगा।
उन्होंने कहा कि विधायकों द्वारा पूछे गये प्रश्न, ध्यानाकर्षण प्रस्तावों, विशेष उल्लेख प्रस्तावों, आश्वासनों एवं याचिकाओं के जवाब राज्य सरकार के विभागों द्वारा ‘नेवा एप्लीकेशन’ के तहत ही ऑनलाइन भेजा जाना आवश्यक है। राज्य सरकार के सभी विभागों को विधानसभा द्वारा प्रश्न एवं इत्यादि ‘नेवा’ एप्लीकेशन के माध्यम से ही ऑनलाइन भेजे जायेंगे।
विधानसभा के प्रमुख सचिव भारत भूषण शर्मा के नेतृत्व में विधानसभा के प्रशासनिक एवं तकनीकी अधिकारियों के दल ने राजस्थान सरकार के विभिन्न विभागों में संचालित विधानसभा प्रकोष्ठों के अधिकारियों और कर्मियों को बुधवार को ‘नेवा एप्लीकेशन’ पर कार्य करने यथा प्रश्नों एवं प्रस्तावों इत्यादि के उत्तर देने एवं उनके (एप्लिकेशन के) परिचालन का ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया।
देवनानी ने कहा है कि विधानसभा के सभागार में सदस्यों की सीट पर कम्प्यूटर उपकरण स्थापित करने और विधानसभा सचिवालय को ‘कागजरहित’ किये जाने हेतु ‘नेवा प्रोजेक्ट’ के तहत उपकरण लगाये जाने का काम पूरा हो गया है। सदन में विधायकों की प्रत्येक सीट पर एक ‘आई-पैड’ लगाया गया है।
देवनानी के अनुसार विधानसभा में नेवा सेवा केन्द्र (ई लर्निंग कम ई-फैसिलेशन सेन्टर) प्रक्रियाधीन है। इसके तहत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ‘नेवा मॉडयूल्स’ का प्रशिक्षण बुधवार से शुरू किया गया।
उल्लेखनीय है कि नेवा परियोजना में काम में आने वाले ‘सॉफ्टवेयर’ और ‘एप्लीकेशन’ राज्य में सभी विभागों और विधानसभा में पहली बार ही उपयोग में लिए जा रहे हैं।
पृथ्वी कुंज
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