उन्होंने रूस के आक्रमण का सामना करने में लगातार समर्थन के लिए अमेरिकी नेताओं व जनता का शुक्रिया अदा भी किया. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और कांग्रेस ने यूक्रेन को और अरबों डॉलर की मदद की घोषणा की और शांति की तलाश में यूक्रेन की मदद करने का संकल्प किया. यात्रा से कुछ समय पहले अमेरिका ने यूक्रेन को 1.85 अरब डॉलर की सैन्य सहायता देने की घोषणा की. इस सैन्य सहायता के तहत पैट्रियॉट मिसाइल की बैटरी भेजने की भी घोषणा की गई है.
बाइडन ने व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में जेलेंस्की का स्वागत करते हुए कहा कि अमेरिका और यूक्रेन रक्षा के क्षेत्र में एकजुटता दिखाना जारी रखेंगे, क्योंकि रूस ने ‘‘एक राष्ट्र के रूप में यूक्रेन के अस्तित्व के अधिकार पर क्रूर हमला’’ किया है. रूस के इस साल फरवरी अंत में यूक्रेन पर हमला करने के बाद जेलेंस्की पहली बार देश से बाहर आए हैं. जेलेंस्की ने कहा कि वह पहले यात्रा पर आना चाहते थे, लेकिन इस समय उनकी यह यात्रा दिखाती है, ‘‘आपकी मदद से स्थिति अब नियंत्रण में है.’’ जेलेंस्की ने पत्रकारों से कहा कि उनके लिए एक राष्ट्रपति के तौर पर न्यायपूर्ण शांति आवश्यक है, जिसके लिए कोई समझौता नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि एक बार यूक्रेन की संप्रभुता, स्वतंत्रता व क्षेत्रीय अखंडता बहाल होने के साथ-साथ ‘‘रूसी आक्रमण द्वारा किए गए नुकसानों की भरपाई’’ के बाद ही युद्ध समाप्त होगा. यह भी पढ़ें : COVID-19: चीन में बढ़ते कोरोना से भारत में टेंशन, विशेषज्ञ बोले- भीड़ वाली जगहों से बचें
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने रूस के क्रूर आक्रमण के खिलाफ अपने देश की रक्षा के लिए अमेरिका तथा उसके साझेदारों के समर्थन को कायम रखने के मकसद से बुधवार को कांग्रेस को संबोधित किया. उन्होंने यूक्रेन का साथ देने के लिए ‘‘हर एक अमेरिकी’’ का शुक्रिया भी अदा किया. जेलेंस्की ने अगले साल संघर्ष में एक बड़ा ‘‘मोड़’’ आने की भविष्यवाणी की और कहा कि यूक्रेन के साहस व अमेरिका के संकल्प से हमें भविष्य में स्वतत्रंता की गारंटी मिलनी ही चाहिए, खासकर उन लोगों की स्वतंत्रता जो अपने मूल्यों के लिए आवाज उठा रहे हैं. इस बीच, रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने बुधवार को चेतावनी दी गई कि यूक्रेन को अमेरिकी हथियारों की आपूर्ति बढ़ने से इस विनाशकारी युद्ध में और वृद्धि होगी. वहीं, रूस के रक्षा मंत्री ने देश की सेना में कम से कम 500,000 लोगों को भर्ती कर सेना के विस्तार का आह्वान किया.
अपने शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि ‘‘हमारे सशस्त्र बलों को विकसित करने और हमारे सैनिकों की क्षमताएं बढ़ाने’’ के लिए संघर्ष में हुई हर चीज से सबक सीखा जाएगा. उन्होंने कहा कि परमाणु बलों के विकास पर विशेष जोर दिया जाएगा, जिसे उन्होंने ‘‘रूस की संप्रभुता की प्रमुख गारंटी’’ करार दिया. रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि रूसी सेना में अनुबंध पर 6,95,000 सैनिक और शामिल होंगे, जिनमें से 5,21,000 को 2023 के अंत तक भर्ती किया जाना चाहिए. यूक्रेन में लड़ाई शुरू होने से पहले रूसी सेना में करीब 4,00,000 सैनिक अनुबंध पर थे.