देश की खबरें | राहुल गांधी के बयान के बाद कुछ कहने की गुंजाइश नहीं है : गहलोत

जयपुर, 29 नवंबर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के अशोक गहलोत एवं सचिन पायलट को पार्टी का धरोहर बताने के एक दिन बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष के बयान के उपरांत कुछ भी कहने की गुंजाइश नहीं है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के बयान के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘राहुल गांधी हम सबके नेता हैं, और जब उन्होंने कहा है कि धरोहर हैं, तो फिर हैं, अब चर्चा किस बात की।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी की सबसे बड़ी खूबी यही रही है । आजादी से पहले अथवा आजादी के बाद में जो नंबर एक नेता होता है, उनके अनुशासन में पार्टी चलती हैं । हमारे यहां राहुल गांधी के बयान के बाद कोई गुंजाइश नहीं रहती है।’’

गहलोत ने कहा, ‘‘जब राहुल गांधी ने कह दिया है कि एसेट्स हैं, तो इसका मतलब यह भी है कि पार्टी का हर कार्यकर्ता एसेट्स है।’’

अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सत्ता की खींचतान के बीच राहुल ने सोमवार को इंदौर में कहा था कि दोनों नेता पार्टी के लिए एसेट्स (धरोहर) हैं।

गहलोत ने कहा कि सभी नेता एक साथ मिल कर प्रदेश में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को सफल बनायेंगे।

भारत जोड़ो यात्रा को लेकर पार्टी के वार रूम में यहां बैठक शुरू हुई जिसमें सचिन पायलट भी पहुंचे। बैठक की शुरुआत में गहलोत और पायलट दोनों ने वॉर रूम में एक-दूसरे का अभिवादन किया।

बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं अन्य नेता मौजूद थे।

गहलोत ने बृहस्पतिवार को एक टीवी चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा था कि पायलट एक 'गद्दार' हैं, जो उनकी जगह नहीं ले सकते क्योंकि उन्होंने 2020 में कांग्रेस के खिलाफ विद्रोह किया था और राज्य सरकार को गिराने की कोशिश की थी ।

गहलोत के बयान पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार ‘‘कीचड़ उछालने’’ से मदद नहीं मिलेगी ।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि पार्टी के सामने मुख्य मुद्दा 2023 का विधानसभा चुनाव है, और उनकी सरकार की तरफ से शुरू की गई योजनाओं और कार्यक्रमों के कारण माहौल कांग्रेस पार्टी के पक्ष में है।

उन्होंने कहा, ‘‘मुख्य मुद्दा आगामी विधानसभा चुनाव है.. वो हम जीतकर बतायेंगे । इस बार माहौल हमारे पक्ष में है..जो योजनायें हमने बनाई है.. कहीं नहीं है । इसलिये जब मैं कहीं दौरा करने जाता हूं तो देखते है कि जनता का असाधारण समर्थन मिलता है । सड़कों पर आकर लोग मिल रहे है। हाथ मिलाते हैं, स्वागत करते है । इसके मायने क्या हुआ। इसके मायने है कि हमारी सरकार इस बार फिर से आ रही है।

गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पर टिप्पणी करने के बजाय पार्टी को अपना घर देखना चाहिए।

राजस्थान और कुछ अन्य राज्यों में सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की घोषणा पर नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी की चिंता की खबरों पर गहलोत ने कहा कि नीति आयोग हो या रिजर्व बैंक, उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि उन्होंने नोटबंदी के समय क्या कोई चिंता जताई थी।

उन्होंने कहा कि राज्य में सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना को सामाजिक सुरक्षा की दृष्टि से पुनर्जीवित किया गया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी शासन में मदद करते हैं और यह फैसला मानवीय आधार पर लिया गया है।

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