मुंबई, 31 मई शेयर बाजारों में तीन दिनों से जारी तेजी पर मंगलवार को विराम लग गया और बीएसई सेंसेक्स 359.33 अंक टूटकर बंद हुआ। यूरोपीय शेयर बाजारों में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के कारण यह गिरावट आई।
कारोबारियों के अनुसार जीडीपी के आंकड़े जारी होने से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। इसके अलावा घरेलू मुद्रा में गिरावट का भी शेयर बाजारों पर असर पड़ा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 359.33 अंक यानी 0.64 प्रतिशत गिरकर 55,566.41 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 556.6 अंक तक लुढ़क गया था।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 76.85 अंक यानी 0.46 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,584.55 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में सन फार्मा के शेयर में सबसे अधिक 3.11 प्रतिशत की गिरावट हुई। कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी, टाइटन, इंफोसिस, एसबीआई, एक्सिस बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए।
वहीं, दूसरी तरफ महिंद्रा एंड महिंद्रा, एनटीपीसी, पावरग्रिड, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील और आईटीसी के शेयर लाभ में रहे।
विश्लेषकों ने कहा कि कच्चे तेल की ऊंची कीमतों से भारत जैसे तेल के आयातकों पर अतिरिक्त वित्तीय दबाव पड़ेगा। वहीं, यूरोपीय संघ के रूस से तेल आयात पर आंशिक प्रतिबंध की सहमति से कच्चे तेल की कीमतें 120 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से अधिक हो गई। इससे मुद्रास्फीति का सामना कर रहे वैश्विक बाजारों को एक और धक्का लगेगा।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार सुधार को बनाए रखने में विफल रहा क्योंकि उसे जीडीपी के आंकड़े जारी होने का इंतजार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यूरोपीय संघ के रूस से तेल आयात पर प्रतिबंध के कारण कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, जो वैश्विक मुद्रास्फीति को नियंत्रण में करने के प्रयासों को प्रभावित करेगा।’’
इस बीच, बीएसई का ‘स्मॉलकैप’ सूचकांक 0.68 फीसदी और ‘मिडकैप’ 0.49 फीसदी उछल गया।
चीन के कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों में ढील देने के बाद एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग मजबूती के साथ बंद हुए जबकि जापान का निक्की गिरावट लेकर बंद हुआ।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट रही।
इस बीच,, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.64 प्रतिशत महंगा होकर 123.66 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक घरेलू बाजार में शुद्ध खरीदार रहे। उन्होंने सोमवार को 502.08 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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