मुंबई, आठ सितंबर शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार दूसरे दिन हल्की गिरावट रही। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस में नुकसान के साथ बाजार नीचे आया।
कारोबारियों के अनुसार डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में लगातार तीसरे दिन गिरावट से भी निवेशक जोखिम लेने से बचे।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 29.22 अंक यानी 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,250.26 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसमें 400 से अधिक अंकों का उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 8.60 अंक यानी 0.05 प्रतिशत फिसलकर 17,353.50 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में 2.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में नेस्ले का शेयर रहा। मारुति सुजुकी का शेयर 1.33 प्रतिशत टूटा। कंपनी ने कहा कि सेमीकंडक्टर के कारण अगस्त में उसका उत्पादन 8 प्रतिशत घटा है। इससे कंपनी का शेयर नीचे आया।
इसके अलावा, बजाज फिनसर्व, बजाज ऑटो, टीसीएस, एल एंड टी, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही।
दूसरी तरफ, 2.94 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में कोटक बैंक रहा। इसके अलावा टाइटन, एनटीपीसी, सन फार्मा, एक्सिस बैंक, एचयूएल और एसबीआई में भी तेजी रही।
सरकार के कपड़ा क्षेत्र में घरेलू उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने के लिये 10,683 करोड़ रुपये की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को मंजूरी देने से क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों पर निवेशकों की नजर रही।
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘मुख्य रूप से आईटी और वाहन शेयरों में मुनाफावसूली से घरेलू शेयर बाजारों में मामूली गिरावट रही। पुन: वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख का भी निवेशकों की धारणा पर प्रभाव पड़ा।’’
उन्होंने कहा कि मिडकैप और स्मॉल कैप (मझोली और छोटी कंपनियों) के शेयरों में हाल की गिरावट के बाद इसमें लिवाली देखी गयी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में शुरूआत स्थिर रही। कोविड के बढ़ते मामलों तथा आर्थिक पुनरूद्धार की धीमी दर के बीच वैश्विक बाजारों में सतर्क रुख से भारतीय बाजारों में कारोबार सीमित दायरे में रहा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, बाद में बाजार में हल्का सुधार रहा और महत्वपूर्ण सूचकांक लगभग स्थिर बंद हुए। मानव निर्मित फाइबर और तकनीकी परिधान के लिये मंत्रिमंडल द्वारा पीएलआई योजना को मंजूरी से उद्योग के परिदृश्य पर सकारात्मक असर पड़ेगा।’’
वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग और सियोल नुकसान में रहें जबकि टोक्यो में तेजी रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में मिला-जुला रुख रहा।
इस बीच, अंतररराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.98 प्रतिशत बढ़कर 72.39 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 18 पैसे टूटकर 73.60 पर बंद हुई।
शेयर बाजार के आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने 145.45 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)