वाशिंगटन, 31 जनवरी अमेरिका की ओर से एच-1बी वीजा के लिए लॉटरी के माध्यम से चयन प्रक्रिया में बड़े बदलाव के घोषणा की गई है और इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2025 के लिए वीजा आवेदन जमा करने की प्रक्रिया छह मार्च से शुरू हो जाएगी। एक अमेरिकी संघीय एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एच-1बी वीजा एक गैर-प्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी श्रमिकों को विशेष व्यवसायों में नियुक्त करने की अनुमति देता है जिनके लिए सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस पर निर्भर रहती हैं।
नयी व्यवस्था के तहत कई तरह के प्रावधान किये हैं, जिनमें नियोक्ताओं द्वारा पंजीकरण के लिए लाभार्थी-केंद्रित चयन प्रक्रिया का प्रावधान भी शामिल है। अतीत में अगर किसी व्यक्ति द्वारा एक से अधिक बार आवेदन किए जाने पर व्यवस्था में हेराफेरी की आशंका रहती थी, लेकिन एच-1बी वीजा के लिए आवेदन अब व्यक्तिगत आवेदकों के आधार पर गिने और स्वीकार किए जाएंगे। यहां तक कि अगर एक व्यक्ति विभिन्न कंपनी के लिए कई आवेदन जमा करता है, तो उन्हें पासपोर्ट नंबर जैसे व्यक्तिगत परिचय पत्र के आधार पर एक आवेदन के रूप में गिना जाएगा।
अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) ने भी नये नियमों की घोषणा की है, जिसका मकसद एच-1बी पंजीकरण प्रक्रिया में पारदर्शिता को बढ़ाना और हेराफेरी की संभावना को कम करना है।
संघीय एजेंसी ने कहा कि नयी व्यवस्था से पंजीकरण प्रणाली में हेराफेरी की आशंका कम रहेगी और यह सुनिश्चित करना आसान होगा कि प्रत्येक लाभार्थी को चयनित होने का समान अवसर मिले।
यूएससीआईएस के निदेशक उर एम. जाद्दौ ने कहा, ‘‘हम हमेशा अपनी आवेदन प्रक्रियाओं में सुधार करते हुए पारदर्शिता को बढ़ाने और हेराफेरी की संभावना को कम करने के तरीके तलाशते रहते हैं।’’
यूएससीआईएस ने कहा वित्तीय वर्ष 2025 के लिए एच-1बी वीजा आवेदन छह मार्च से जमा किए जा सकेंगे और यह प्रक्रिया 22 मार्च तक चलेगी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)