राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन ने अपनी घोषणा में कहा कि किसी पार्टी नेता को 120 सीटों वाली संसद (नेसेट) में बहुमत लायक समर्थन नहीं मिला है। हालांकि राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि कई लोगों का मानना है कि नेतन्याहू अपनी कानूनी समस्याओं के कारण पद पर रहने के लायक नहीं हैं।
इसके बावजूद उन्होंने कहा कि कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो नेतन्याहू को प्रधानमंत्री बने रहने से रोकता हो और नवनिर्वाचित संसद में 13 दलों से परामर्श के बाद उन्हें लगता है कि नेतन्याहू अन्य किसी उम्मीदवार की तुलना में नयी सरकार बनाने के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ पात्र हैं।
रिवलिन ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें यह काम सौंपने का फैसला कर लिया है।’’
नेतन्याहू के पास अपने पर मुकदमे के दौरान गठबंधन बनाने का प्रयास करने के लिए छह सप्ताह तक का समय है।
उन्हें नेसेट में सर्वाधिक 52 सीटों का समर्थन प्राप्त है। लेकिन अभी उन्हें अब भी कुछ सीटों की जरूरत है क्योंकि बहुमत के लिए 61 सीटें जरूरी हैं।
ऐसे में नेतन्याहू अपने कुछ विरोधियों को लुभाने का प्रयास कर सकते हैं।
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