J-K: सुरक्षाबलों ने मंदिर पर हमले की साजिश नाकाम की, 3 आतंकी गिरफ्तार- 6 ग्रेनेड जब्त
भारतीय सेना (Photo Credits: PTI)

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर पुलिस ने रविवार को कहा कि सीमावर्ती पुंछ जिले में एक मंदिर पर हमले की साजिश को नाकाम करते हुए उसने पाकिस्तान से जुड़े तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है और उनसे छह ग्रेनेड बरामद किये हैं. पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रमेश कुमार अंग्राल ने बताया कि गिरफ्तार किये गये ये लोग जिले में शांति एवं सामुदायिक सद्भाव भंग करने के इरादे से पाकिस्तानी आका के इशारे पर एक मंदिर पर ग्रेनेड हमला करने की साजिश रच रहे थे. जम्मू-कश्मीर में एक पूर्व पुलिसकर्मी सहित जैश-ए-मोहम्मद के चार सदस्य गिरफ्तार

उन्होंने पुंछ में पत्रकारों को बताया कि साजिश का पता तब लगा जब शनिवार रात करीब आठ बजे मेंढर सेक्टर में बसूनी के निकट वाहन तलााशी के दौरान स्थानीय पुलिस के विशष अभियान समूह (एसओजी) ने 49 राष्ट्रीय राइफल के जवानों के साथ मिलकर दो भाइयों--मुस्तफा इकबाल और मुर्तजा इकबाल को हिरासत में लिया. दोनों गलहुटा गांव के रहने वाले हैं.

अधिकारी ने कहा कि बसूनी में 49 राष्ट्रीय राइफल के बटालियन मुख्यालय में उनसे पूछताछ की गयी और पूछताछ में पाया गया कि मुस्तफा को एक पाकिस्तानी नंबर से कॉल आया था तथा उसे ग्रेनेड हमला करने का निर्देश दिया गया था. अधिकारी ने कहा, ‘‘सख्ती से पूछताछ करने पर उसने कबूल किया कि उसे अरी गांव में एक मंदिर पर ग्रेनेड फेंकने का काम सौंपा गया है. उसके मोबाइल में एक वीडियो मिला जिसमें बताया गया है कि ग्रेनेड का इस्तेमाल कैसे करना है.’’

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह भी सामने आया कि मुस्तफा आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त था और उसके कबूलनामे के आधार पर नियंत्रण रेखा के समीप बालाकोटे के डब्बी गांव से उसके दो साथियों-- मोहम्मद यासीन और रईस अहमद को भी पकड़ा गया.

एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि मुर्तुजा इकबाल हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘तीनों से पूछताछ के दौरान अहम सुराग हाथ लगे हैं और मुस्तफा के घर की तलाशी ली गयी जहां से छह ग्रेनेड, पाकिस्तानी निशान वाले कुछ गुब्बारे और अब तक अज्ञात रहे संगठन जेएंडके गजनवी फोर्स के कुछ पोस्टर बरामद किये गये.’’

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये ये लोग पाकिस्तान में अपने आकाओं के नियमित संपर्क में थे जो उन्हें आतंकवादी गतिविधियों के लिए निर्देश दे रहे थे. तीनों की गिरफ्तारी को सुरक्षाबलों के लिए ‘एक बड़ी सफलता’ बताते हुए अंग्राल ने कहा कि सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की आतंकी साजिश उनकी गिरफ्तारी से टल गयी.

उन्होंने कहा ‘‘ यदि वे अपने मंसूबे में कामयाब हो जाते तो हमारे सामने बहुत समस्याएं खड़ी हो जातीं, क्योंकि वे जिले में भाईचारा और सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने की मंशा पाल रहे थे.’’ गिरफ्तार किये गये व्यक्तियों और पुंछ जिले के डोग्रियान गांव में 13 दिसंबर को हुई मुठभेड़ के बीच संबंध के बारे में पूछे जाने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘ हम उस मार्ग की पड़ताल कर रहे हैं जिसका इस्तेमाल (नियंत्रण रेखा पार करने के लिए) उन्होंने (मारे गये आतंकवादियों) किया था और हम यह भी पता लगा रह हैं कि उन्होंने किन किन लोगों से संपर्क किया था. क्या इन व्यक्तियों का उनसे कोई संबंध था, यह जांच का हिस्सा है.’’

जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, ‘‘यह खुफिया सूचना पर आधारित, सेना और पुलिस का बेहतर तालमेल वाला संयुक्त अभियान था. पकड़े गये आतंकवादी जम्मू कश्मीर गजनवी फोर्स से हो सकते हैं.’’

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