उलुबेरिया, एक अप्रैल: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल की जनता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से नाराज है और अब उन्हें लोगों के इस गुस्से से कोई नहीं बचा सकता. उन्होंने कहा कि आज नंदीग्राम में जो कुछ भी हुआ उससे पता चलता है कि ‘‘दीदी’’ भी अब हार मान चुकी हैं. एक चुनावी रैली को यहां संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह दावा भी किया कि नंदीग्राम में अपनी हार सुनिश्चित देख ममता बनर्जी किसी और सुरक्षित सीट की तलाश कर रही हैं. उन्होंने कहा, ‘‘क्या ममता दीदी इस चुनाव में अपने 10 साल के शासन का हिसाब दे रही हैं? सच्चाई यह है उनके पास हिसाब देने के लिए कुछ है ही नहीं. दीदी आपको अंदाजा नहीं है कि बंगाल के लोग आपसे कितना नाराज हैं. बंगाल के लोगों के गुस्से से आपको कोई नहीं बचा सकता.’’
उन्होंने कहा, ‘‘दीवार पर लिखा हुआ पढ़ लीजिए... कान खोल कर सुन लीजिए... बंगाल की जनता चुनाव में आपको सजा देकर रहेगी.’’ प्रधानमंत्री ने दावा किया कि पहले चरण के मतदान के बाद ममता बनर्जी को भी इस बात का अच्छी तरह अंदाजा लग चुका है. उन्होंने कहा, ‘‘अभी कुछ ही देर पहले नंदीग्राम में जो हुआ, वह हम सब ने देखा है. यह दिखाता है कि दीदी अपनी हार मान चुकी हैं. यह दिखाता है बंगाल में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है.’’ ज्ञात हो कि आज नंदीग्राम में मतदान हो रहा है. वहां छिटपुट हिंसा की घटनाएं भी सामने आई हैं. इसी के मद्देनजर ममता बनर्जी एक मतदान केंद्र पर पहुंची और उसके बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कई आरोप लगाए.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी भी आखिरी चरण के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया जाना है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, ‘‘दीदी... जरा बताइए. इस बात में कितनी सच्चाई है...यहां कानाफूसी चल रही है कि आप अचानक किसी एक सीट पर फॉर्म भरने जा रही हो? क्या यह सच्चाई है?’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी पहली बार नंदीग्राम गईं और वहां की जनता ने उन्हें दिखा दिया. उन्होंने कहा, ‘‘आप कहीं और जाएंगी तो वहां भी बंगाल के लोग तैयार बैठे हैं.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बंगाल विधानसभा का यह चुनाव सिर्फ सत्ता के परिवर्तन का नहीं है बल्कि असली परिवर्तन लाने का महायज्ञ है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव पश्चिम बंगाल की आकांक्षाओं का है...नौजवानों की आकांक्षाओं का है. आज पूरे बंगाल का एक ही लक्ष्य है और वह है सोनार बांग्ला के पुनर्निर्माण का. बंगाल के गौरव को फिर से स्थापित करने का.’’ उन्होंने कहा कि बंगाल को एक ऐसी सरकार चाहिए जो अगले 25 साल की योजना के साथ इस राज्य को फिर से एक बार उसके स्वर्णिम काल में वापस ले जाए. तृणमूल कांग्रेस के 10 साल के शासन काल के दौरान विकास नहीं होने का दावा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता के पास ना ही कोई दूरदृष्टि है और ना ही कोई इच्छाशक्ति है. उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल की जनता ने ठान लिया है कि दीदी को अब जाना ही होगा. वैसे आज नंदीग्राम के लोगों ने हिसाब पूरा कर दिया है.’’
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प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि बंगाल के पूर्वजों ने जो कुछ भी कमाया था, उसे यहां की तृणमूल कांग्रेस सहित सभी पूर्ववर्ती सरकारों ने बर्बाद करके रख दिया. ममता सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया कि तोलाबाजी, कट मनी, सिंडिकेट और तुष्टिकरण ममता की सरकार की पहचान गई है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘सरकारी योजनाओं का लाभ पाना है तो आपको कट मनी देना होगा, सरकारी अस्पताल में इलाज कराना है तो कट मनी देना ही होगा. यहां तक कि अंतिम संस्कार भी करना है तो कट मनी देना पड़ेगा.’’ उन्होंने कहा कि ऐसे माहौल में बंगाल में ना तो निवेश बढ़ सकता है और ना ही नौजवानों के सपने पूरे हो सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे-जैसे 2 मई का दिन करीब आ रहा है दीदी की बौखलाहट बढ़ती ही जा रही है. दीदी कभी मुझे बाहरी कहती हैं तो कभी टूरिस्ट कहती हैं. उनका गुस्सा देखकर मैं कभी-कभी सोच में पड़ जाता हूं कि जिस बंगाल ने जय हिंद का नारा दिया, जिस बंगाल ने वंदे मातरम का उद्घोष किया, उस पवित्र धरती पर दीदी की कितनी संकीर्ण सोच हो गई है.’’
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