संयुक्त राष्ट्र, सात मार्च संयुक्त राष्ट्र में भारत के दूत ने कहा है कि अफगानिस्तान में अफगानिस्तान के संबंध में अंतरराष्ट्रीय समुदाय का उद्देश्य भारत की प्राथमिकताओं के अनुरूप है, जिसमें आतंकवाद से लड़ने की जरूरत भी शामिल है।
संरा में भारत की स्थायी प्रतिनिधि एवं राजदूत रुचिरा कंबोज ने बुधवार को अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक बैठक में कहा कि नयी दिल्ली संघर्षरत देश की स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है क्योंकि इसका सीधा प्रभाव हम पर पड़ता है।
कंबोज ने कहा, ''हमारा मकसद अफगानिस्तान में शांति, सुरक्षा और स्थिरता स्थापित करना है।''
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष इकाई को बताया कि भारत ने हाल ही में कतर में आयोजित अफगानिस्तान पर विशेष दूतों की बैठक में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। कंबोज ने कहा, ''अफगानिस्तान के संबंध में अंतरराष्ट्रीय समुदाय का उद्देश्य भारत की प्राथमिकताओं के अनुरूप है।''
उन्होंने कहा, ''इन प्राथमिकताओं में आतंकवाद का मुकाबला करना, समावेशी शासन लाना, महिलाओं, बच्चों एवं अल्पसंख्यकों के अधिकारों तथा हितों की रक्षा करना, मादक पदार्थों की तस्करी की चुनौतियों का मुकाबला करना और देश के लोगों की भलाई के लिए मानवीय सहायता देना शामिल है।''
कतर ने 18 और 19 फरवरी को दोहा में अफगानिस्तान पर विशेष दूतों की दूसरी बैठक की मेजबानी की, जिसमें संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस और भारत, कनाडा, चीन, फ्रांस व जर्मनी सहित कई देशों के राजदूतों ने हिस्सा लिया था।
इस बैठक में ईरान, पाकिस्तान, रूस, सऊदी अरब, तुर्किये, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन और अमेरिका ने भी हिस्सा लिया था। कंबोज ने बैठक की मेजबानी के लिए कतर को धन्यवाद देते हुए कहा, ''भारत ने इस बैठक में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था।''
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)