मथुरा, 26 अगस्त : जन्माष्टमी पर सोमवार मध्य रात्रि जब घड़ी ने 12 बजाए और भागवत भवन मंदिर के कपाट ‘प्राकट्य दर्शन (कृष्ण का स्वरूप)" के लिए खुले तो श्री कृष्ण जन्मस्थान पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि बृजभूमि के विभिन्न मंदिरों में 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के भगवान के दर्शन करने के बावजूद कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.
शंख, ढोल, झांझ और मृदंग की ध्वनि के बीच भक्तों के नाचने-गाने के साथ ही श्रीकृष्ण जन्मस्थान का वातावरण "नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की" से गूंज उठा. श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया, "महाआरती के बाद पुजारियों और श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के ट्रस्टी अनुराग डालमिया ने ट्रस्ट के अध्यक्ष संत नृत्य गोपाल दास की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच "अभिषेक समारोह" शुरू किया. लगभग 40 मिनट तक दूध, दही, शहद, खांडसारी, घी और हर्बल औषधियों के मिश्रण से अभिषेक किया गया." यह भी पढ़ें : MP सरकार राम, कृष्ण से जुड़े स्थलों का विकास करेगी: CM मोहन यादव
जन्मस्थान संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि अभिषेक समारोह पांच मिनट तक चली 'श्रृंगार आरती' के साथ संपन्न हुआ. मंदिर का द्वार रात दो बजे तक खुला रहेगा, जबकि तीर्थयात्रियों को रात डेढ़ बजे तक जन्मस्थान क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दी गई है. अधिकारी ने बताया कि अभिषेक समारोह के बाद श्रीकृष्ण जन्मस्थान के निकास द्वारों पर श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरित किया गया.