नागपुर, 21 मार्च मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने सोमवार को कहा कि हाल में रिलीज हुई फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ऐसे हालात पैदा कर रही है, जो देश की सामाजिक एकता और अखंडता को भारी नुकसान पहुंचा सकती है।
येचुरी ने यहां 23 वें माकपा महाराष्ट्र राज्य सम्मेलन से इतर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनकी पार्टी 1990 में कश्मीरी पंडितों की पीड़ा पर बात करने वाली पहली पार्टी थी, उसके विधायक ने उस समय जम्मू कश्मीर विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था।
उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों ने कश्मीरी पंडितों की संपत्तियों की रक्षा की है। उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत श्रीनगर पुलिस से प्राप्त उत्तर का जिक्र करते हुए कहा कि 1990 से अब तक 89 कश्मीरी पंडित आतंकवादियों के हाथों मारे गए,वहीं अन्य धर्म के 1,635 लोग मारे गए।
येचुरी ने कहा,‘‘ द कश्मीर फाइल्स ऐसे हालात पैदा कर रही है, जो देश की सामाजिक एकता और अखंडता को भारी नुकसान पहुंचा सकती है।’’
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा विरोधी गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर, माकपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि भगवा पार्टी के खिलाफ मतों के बिखराव को रोकने के प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने कहा,‘‘ क्षेत्रीय दलों के बीच समन्वय होगा, ताकि भाजपा विरोधी वोट बंटे नहीं,जैसा कि तमिलनाडु में द्रमुक के नेतृत्व में हुआ। इसी प्रकार से यह राजद के नेतृत्व में बिहार में, झारखंड में मुख्यंमत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में और महाराष्ट्र में एमवीए के तहत हो सकता है।’’
येचुरी ने कहा कि संविधान और अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए भाजपा को अलग-थलग करने और हराने की जरूरत है।
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