नयी दिल्ली, 12 जून उत्तर पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों में लोगों को रविवार को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा। हालांकि देश के मध्य और आसपास के पूर्वी हिस्सों में ज्यादातर स्थानों पर लू का प्रकोप कुछ कम हुआ। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी।
विभाग ने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, झारखंड और दिल्ली के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनी हुई है।
विभाग ने कहा कि इन राज्यों के कम से कम 22 कस्बों और शहरों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया।
उसने एक बयान में कहा, ‘‘मध्य और आसपास के पूर्वी भारत के ज्यादातर हिस्सों में लू का प्रकोप कुछ कम हुआ है।’’
विभाग ने कहा कि हालांकि, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में लू का प्रकोप सोमवार तक जारी रहने का अनुमान है।
गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाओं के कारण उत्तर पश्चिम भारत दो जून से लू की चपेट में है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 15-16 जून तक बड़ी राहत मिलने का अनुमान है।
विभाग ने बताया कि एक नये पश्चिमी विक्षोभ और निचले स्तर की पूर्वी हवाओं के प्रभाव की वजह से 15-16 जून को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में व्यापक स्तर पर बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने मंगलवार से उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट का अनुमान जताया है।
विभाग ने बताया कि 16 जून से 22 जून के बीच, अधिकतम तापमान ‘‘सामान्य से कम रहने या सामान्य के करीब रहने’’ की संभावना है।
मानसून के संबंध में, विभाग ने कहा कि अगले चार दिनों में गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, झारखंड और बिहार के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल बनी रहेंगी।
विभाग ने कहा कि पश्चिमी प्रायद्वीपीय तट पर भारी बारिश दो और दिनों तक जारी रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने कहा कि पूर्वोत्तर और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश का सिलसिला अगले पांच दिनों तक जारी रहने का अनुमान है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)