रांची, 12 दिसंबर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में झामुमो नीत सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान विकास की मजबूत नींव रखी गई थी और अब प्रगति को गति देने का समय आ गया है।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल संतोष गंगवार द्वारा बुधवार को विधानसभा में दिया गया अभिभाषण सरकार का 'श्वेत पत्र' है जो सरकार की दूरदर्शिता और दिशा को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।
सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए सोरेन ने कहा, "हमने 2019 के बाद पिछले कार्यकाल में राज्य के समग्र विकास के लिए मजबूत नींव रखी है। अब नींव पर इमारत बनाने का समय आ गया है। बहुत जल्द शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और अन्य क्षेत्रों में अवसर दिखाई देंगे।"
उन्होंने दोहराया कि उनकी सरकार राज्य सचिवालय से नहीं बल्कि गांवों से चलेगी।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि जब तक ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार नहीं होगा तब तक राज्य का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। इस सरकार ने हमेशा गरीबों, आदिवासियों, दलितों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए काम किया है और आगे भी करती रहेगी।"
सोरेन ने दावा किया कि 2019 में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के सत्ता में आने के बाद राज्य में बुनियादी ढांचे, पर्यटन और रोजगार सृजन सहित विभिन्न क्षेत्रों में वास्तविक बदलाव देखे गए।
उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए दावा किया कि 2019 से पहले जब राज्य में भाजपा का शासन था तब लोग भूख से मर रहे थे और किसान आत्महत्या कर रहे थे।
उन्होंने कहा, "2019 से पहले लोग खुश नहीं थे। 2019 में गठबंधन सरकार बनने के बाद सरकार ने लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए काम किया।"
मौजूदा कार्यकाल में विपक्ष से सहयोग की अपेक्षा करते हुए सोरेन ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में उनकी सरकार को गिराने के प्रयास किए गए।
सदन की कार्यवाही सुबह करीब 11 बजे शुरू होते ही झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया।
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