बीजिंग, तीन अगस्त मध्य चीन के शहर वुहान में कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के साल भर बाद फिर से महामारी के सिर उठाने पर अधिकारियों ने वहां 1.1 करोड़ लोगों की जांच के लिए मंगलवार को एक अभियान शुरू किया।
उल्लेखनीय है कि 2019 के अंत में वुहान शहर में ही कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था और वहां से महामारी का प्रसार हुआ था।
महामारी को लेकर देश में बेचैनी महसूस की जा रही है, क्योंकि कई प्रांतों में वायरस संक्रमण के नये मामले सामने आए हैं।
पिछले साल की शुरूआत में कोरोना वायरस महमारी से संबद्ध पहला लॉकडाउन लगाने को लेकर दुनिया में चर्चा के केंद्र में रहे वुहान में जून 2020 के बाद से शून्य संक्रमण का रिकार्ड टूट गया है क्योंकि वहां कोविड-19 के सात नये मामले सामने आए हैं।
आधिकारिक मीडिया की खबर के मुताबिक, अधिकारियों ने मंगलवार को पूरे शहर में कोविड-19 की जांच शुरू की।
सरकारी ग्लोबल टाइम्स की खबर के मुताबिक संक्रमण के नये मामलों के मद्देनजर शहर ने महामारी से निपटने के उपाय बढ़ा दिये हैं, संक्रमण के मामलों वाले इलाके में लॉकडाउन लागू किया जा रहा और वहां खतरे का स्तर भी बढ़ाया जा रहा।
शहर ने भी महामारी के खिलाफ सख्त नियमों को अपनाया है और सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
वुहान के कोविड-19 की दूसरी लहर, खासतौर पर इसके डेल्टा स्वरूप से निपटने की तैयारी करने के बीच कई प्रांतों और बीजिंग सहित अन्य शहर करोड़ों लोगों की जांच करने में जुट गये हैं।
हांगकांग से प्रकाशित होने वाले साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की खबर के मुताबिक बीजिंग और डालियान शहरों के अधिकारियों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए वहां के बाशिंदों को गर्मियों में घरों के अंदर ही रहने को कहा है। साथ ही, जिस किसी शहर में कोविड के मामले सामने आए हैं, वहां के लोगों को बीजिंग में प्रवेश करने से निषिद्ध कर दिया गया है और उन स्थानों से परिवहन सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने मंगलवार को अपनी प्रतिदिन की रिपोर्ट में कहा कि 61 नये मामले स्थानीय स्तर पर संक्रमण होने के हैं, जो बीजिंग, शंघाई और फुजियान के अलावा जियांग्सु, हुनान, हुबेई, हेनान, यूनान प्रांतों से हैं।
ये मामले, विभिन्न देशों से यहां लौटे चीनी नागरिकों के मामलों के अतिरिक्त हैं।
चीन के दक्षिण हुनान प्रांत के पर्यटन स्थल झांगजियाजी के नगर निकाय अधिकारियों ने शहर से लोगों के बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी है। वहां कई नये मामले सामने आए और वे चीन के 15 प्रांतों में फैल गये।
चीन में अब तक संक्रमण के कुल 93,193 मामले सामने आए हैं, जिनमें 1,557 मरीज अब भी उपचाराधीन हैं, जबकि 4,636 मरीजों की मौत हो गई।
संक्रमण के नये मामलों ने, खासतौर पर डेल्टा स्वरूप ने चीनी टीकों को लेकर चिंता पैदा कर दी है। चीन ने स्थानीय स्तर पर निर्मित टीकों की 1.60 अरब खुराक अब तक लोगों को दी है।
चीन के शीर्ष महामारी विज्ञानी झोंग नानशान ने दावा किया कि चीनी टीके के डेल्टा स्वरूप के खिलाफ कारगर हैं।
ग्लोबल टाइम्स ने उन्हें उद्धृत करते हुए कहा कि मई में दक्षिणी गुआंगझोउ शहर में डेल्टा स्वरूप से संक्रमित करीब 100 मरीजों पर किये गये अध्ययन का हवाला देते हुए यह दावा किया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक अध्ययनों में पाया गया है कि चीनी टीके गंभीर मामलों के खिलाफ 100 फीसदी कारगर हैं।
झोंग ने कहा कि चीन को टीकाकरण के जरिए सामुदायिक प्रतिरक्षा हासिल करने के लिए आबादी के 88.3 प्रतिशत (1.4 अरब) लोगों का टीकाकरण करने की जरूरत होगी।
इस बीच, वुहान से मिली खबरों में कहा गया है कि वहां के लोग महामारी की दूसरी लहर का मुकाबला करने के लिए तैयारी कर रहे हैं।
खबर में कहा गया है कि सभी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों को ऑफलाइन कक्षाएं बंद करने और शिक्षकों एवं छात्रों के टीकाकरण में तेजी लाने को कहा गया है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, ‘‘वुहान में सबवे अब खाली पड़ी हैं क्योंकि लोग अचानक ही गायब हो गये। ’’
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