हैदराबाद, तीन जुलाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला और कहा कि देश वंशवादी राजनीति और वंशवादी राजनीतिक दलों से पूरी तरह ऊब चुका है और ऐसी पार्टियों के लिए अब टिक पाना मुश्किल है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आजकल कई राजनीतिक दल अपने अस्तित्व को बचाने में लगे हुए हैं, लेकिन पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनपर न तो हास्य करना चाहिए और न व्यंग्य करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें सीखना है कि हम कोई ऐसा काम न करें, जो उन्होंने किया। विविधता की शक्ति के साथ हम अपने संगठन के संकल्प को देश में विस्तारित करें।’’
प्रधानमंत्री के संबोधन के प्रमुख हिस्सों के बारे में पत्रकारों को अवगत कराते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य ‘‘सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय’’ है, वहीं आज देश के कई विपक्षी दल वंशवाद से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
प्रसाद के मुताबिक मोदी ने कहा, ‘‘परिवारवाद से देश पूरी तरह ऊब चुका है। देश परिवारवादी पार्टियों से भी ऊब चुका है। ऐसे दलों के लिए अब टिक पाना मुश्किल है।’’
मोदी ने युवा पीढ़ी को आगे लाने का आह्वान करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अधिक से अधिक युवाओं से संपर्क करें और उन्हें पार्टी से जोड़ें।
भाजपा के लोकतांत्रिक चरित्र को लेकर उसकी आलोचना करने वाले दलों पर भी प्रधानमंत्री ने निशाना साधा और कहा, ‘‘हमारी पार्टी पर जो सवाल उठाते हैं, उनका अपना क्या हाल है। उनके संगठनात्मक ढांचे में कितना लोकतंत्र है?’’
प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से ‘‘स्नेह यात्रा’’ निकालने और समाज के सभी वर्गों तक पहुंचने को भी कहा।
ब्रजेन्द्र
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