चेन्नई, 29 जून दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के दूसरे दिन तीन विकेट लेने वाली भारतीय गेंदबाज स्नेह राणा ने कहा कि उन्होंने सही लाइन-लेंथ के साथ गेंदबाजी के साथ पिच से मिल रही असामान्य उछाल से उन्हें फायदा मिला।
इस 30 साल की ऑफ स्पिनर डेल्मी टकर (0) के साथ कप्तान लौरा वोलवार्ट (20) और एनेके बॉश (39) की सलामी जोड़ी को पवेलियन की राह दिखायी।
भारत के पहली पारी के छह विकेट पर 603 रन के विशाल स्कोर के जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने दिन का अंत चार विकेट पर 236 रन पर किया।
राणा ने दूसरे दिन के खेल के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरी योजना सरल है, सही लाइन लेंथ के गेंदबाजी के साथ अपनी स्टॉक गेंदों का अधिक उपयोग करना। हमने उनके शीर्ष चार-पांच बल्लेबाजों के वीडियो देख कर उनके खिलाफ योजना बनाई तैयार की है।’’
राणा ने कहा, ‘‘ गेंदबाजी की शुरुआत में इस पिच पर अधिक टर्न नहीं मिल रहा था और हमें अपनी गेंद पर उंगलियों और मजबूत पकड़ का इस्तेमाल करना पड़ रहा था। मैच के आगे बढ़ने के साथ पिच गेंदबाजों के अनुकूल होने लगी और असामान्य उछाल के साथ अधिक टर्न मिलने लगा। इस तरह की पिच पर गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण होता है लेकिन हम हमेशा इसके लिए तैयार रहते हैं।’’
राणा ने इसके पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गये भारतीय महिला टीम के पिछले टेस्ट में भी सात विकेट लेकर अहम भूमिका निभाई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे काफी अच्छा लग रहा है। मैंने पिछले मैच (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट) में जहां गेंदबाजी खत्म की थी वहीं से शुरुआत करने की कोशिश की और मेरा लक्ष्य उस एकाग्रता को जारी रखना था।’’
दक्षिण अफ्रीकी हरफनमौला सुने लुस ने शानदार गेंदबाजी के लिए भारतीय ऑफ स्पिनरों की प्रशंसा की, जिनमें राणा और दीप्ति शर्मा (41 रन पर एक विकेट) शामिल थे।
उन्होंने कहा‘‘ भारत के दोनों ऑफ स्पिनरों ने असाधारण रूप से अच्छी गेंदबाजी की। वे सही जगह पर गेंद डाल रहे थे और हमें यह अंदाजा नहीं लगा पा रहे थे कि बैकफुट पर जाकर खेले या फ्रंटफुट का इस्तेमाल करें।’’
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