नयी दिल्ली, 21 मार्च संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार कामकाज बाधित होने के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा मंगलवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सदन में जारी गतिरोध को दूर करने पर आम सहमति नहीं बन सकी।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने दोपहर एक बजे अपने कक्ष में सभी दलों के नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया था।
सूत्रों ने बताया कि इसमें कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के नेताओं ने अडाणी समूह से जुड़ा मुद्दा उठाया और अपने रुख पर कायम रहे।
उन्होंने बताया कि बैठक में लोकसभा अध्यक्ष ने सदन चलाने के लिए सभी दलों से सहयोग मांगा। उनका कहना था कि सदन में विषयों पर चर्चा भी हो और काम भी होना चाहिए।
सूत्रों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सबके सहयोग से सदन चलाना हमारी प्राथमिकता है और हम वित्त विधेयक सहित सभी विषयों पर सदन में चर्चा कराने को तैयार हैं।
बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पीयूष गोयल, अर्जुनराम मेघवाल, पशुपति कुमार पारस के अलावा कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक के टी आर बालू , तृणमूल कांग्रेस के सौगात रॉय, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले, वाईएसआर कांग्रेस की बी वी सत्यवती, तेलंगाना राष्ट्र समिति से नामा नागेश्वर राव, बीजद के अचुत्यानंद सामंत, समाजवादी पार्टी से एस टी हसन और माकपा के ए एम आरिफ शामिल हुए।
हालांकि बैठक बेनतीजा रही और इसके बाद भी कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल सकी और स्थगित करनी पड़ी।
लोकसभा अध्यक्ष पिछले सप्ताह से ही सदस्यों से अपील कर रहे हैं कि सदन की कार्यवाही चलने दी जाए।
बिरला ने आज भी सदस्यों से शोर-शराबा बंद करने और सदन चलने देने की अपील करते हुए कहा, ‘‘ मैंने सभी दलों के नेताओं से व्यक्तिगत रूप से आग्रह किया था, यहां भी कर रहा हूं कि सदन चलने दें। बजट सत्र महत्वपूर्ण है।’’
ज्ञात हो कि भारत के लोकतंत्र के बारे में राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्य कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं और कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने पर जोर दे रहे हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष के अपने अपने रुख पर अड़े रहने के कारण बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार सातवें दिन कामकाज बाधित रहा।
हंगामे के कारण आज सदन की बैठक सुबह 11 शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद स्थगित कर दी गयी।
एक बार के स्थगन के बाद निचले सदन की कार्यवाही दो बजे शुरू होने पर निचले सदन में शोर-शराबे के बीच जम्मू कश्मीर के सामान्य बजट को पारित किया गया।
इस दौरान सदन में हंगामा जारी था और पीठासीन सभापति राजेन्द्र अग्रवाल ने सदस्यों से शांत रहने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की ।
व्यवस्था बनते नहीं देख उन्होंने सदन की कार्यवाही अपराह्न 2 बजकर 25 मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
दीपक
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