हैदराबाद, आठ दिसंबर तेलंगाना विधानसभा के नौ दिसंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान सत्तारूढ़ कांग्रेस के चुनावी वादों, भूमि अधिग्रहण और मूसी नदी पुनर्विकास योजना जैसे मुद्दों पर प्रमुख रूप से चर्चा होने की संभावना है।
यह सत्र इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कांग्रेस सरकार की पहली वर्षगांठ पूरे होने के अवसर पर ही आयोजित हो रहा है। कांग्रेस ने पिछले वर्ष सात दिसंबर को सत्ता संभाली थी।
इस सत्र में सरकार के प्रदर्शन से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच गरमागरम बहस होने की उम्मीद है।
सरकार जहां अपनी उपलब्धियों का प्रदर्शन करेगी, वहीं विपक्षी दल भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सरकार की कथित विफलताओं को जोरदार तरीके से उठाने की योजना बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने रविवार को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पहले वर्ष के दौरान आपकी सरकार ने कृषि ऋण माफी, फसल बोनस, रोजगार सृजन, निवेश में कीर्तिमान स्थापित किया। हमारी महिला कल्याणकारी योजनाओं, जाति जनगणना और पर्यावरण-केंद्रित शहरी विकास नीतियों पर अन्य सरकारों द्वारा अनुकरण करने के लिए चर्चा की जा रही है।’’
हालांकि, बीआरएस ने रविवार को कांग्रेस सरकार के खिलाफ 'आरोपपत्र' जारी किया, जबकि भाजपा ने एक दिसंबर को अपना 'आरोपपत्र' जारी किया था।
सत्र की तैयारी के लिए बीआरएस अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने रविवार को पार्टी के विधायकों के साथ बैठक की।
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