नयी दिल्ली, 12 मई घरेलू वाहन कंपनी टाटा मोटर्स का एकीकृत शुद्ध घाटा वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में कम होकर 992.05 करोड़ रुपये पर आ गया।
टाटा मोटर्स ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजारों को यह जानकारी दी। वित्त वर्ष 2020-21 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध घाटा 7,585.34 करोड़ रुपये रहा था।
समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी की कुल परिचालन आय घटकर 78,439.06 करोड़ रुपये रह गई, जो एक साल पहले की इसी तिमाही में 88,627.90 करोड़ रुपये थी।
वहीं एकल आधार पर वाहन विनिर्माता कंपनी का शुद्ध लाभ आलोच्य तिमाही के दौरान घटकर 413.35 करोड़ रुपये पर आ गया। एक साल पहले की इसी अवधि में यह 1,645.68 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने बताया कि एकल आधार पर उसकी परिचालन आय वित्त वर्ष 2021-22 की अंतिम तिमाही में बढ़कर 17,338.27 करोड़ रुपये हो गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 13,480.42 करोड़ रुपये थी।
समूह की ब्रिटिश इकाई जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) की बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में आय 4.8 अरब पाउंड रही और इस दौरान कंपनी की खुदरा बिक्री 79,008 इकाई रही। वहीं वित्त वर्ष 2021-22 के लिए जेएलआर की आय सालाना आधार पर सात प्रतिशत घटकर 18.3 अरब पाउंड पर आ गई।
इसके अलावा वित्त वर्ष 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहनों की घरेलू थोक बिक्री 1.1 लाख इकाई रही और बीते पूरे वित्त वर्ष के लिए यह 3.23 लाख इकाई थी।
टाटा मोटर्स पैसेंजर वेहिकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी, सेमीकंडक्टर की कमी और कच्चे माल की ऊंची कीमतों से प्रभावित चुनौतीपूर्ण वर्ष में टाटा मोटर्स ने यात्री और इलेक्ट्रिक वाहन श्रेणी में रिकॉर्ड बनाया है और बीते वित्त वर्ष के दौरान कई उपलब्धियां हासिल की हैं।’’
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