चेन्नई, 20 दिसंबर केंद्र सरकार के एक दल ने बुधवार को तमिलनाडु का दौरा कर चार दक्षिणी जिलों में अभूतपर्व बाढ और बारिश से हुए नुकसान की समीक्षा की।
केंद्रीय टीम के सदस्यों ने कई क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का आकलन किया और प्रभावित लोगों से बातचीत की। इस दौरान दल ने अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्हें नावों के जरिए तूत्तुक्कुडि के कई इलाकों में ले जाया गया।
राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के राहत एवं बचाव प्रयास जोर-शोर से चल रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राहत कार्य की समीक्षा की और अधिकारियों को उसमें तेजी लाने का निर्देश दिया।
तूत्तुक्कुडि जिले में भारी बाढ़ और कई इलाकों में सड़क संपर्क के कट जाने से सामान्य जनजीवन अब भी प्रभावित है। हालांकि, तूत्तुक्कुडि हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन बुधवार को फिर से शुरू हो गया। तूत्तुक्कुडि और आसपास के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति अभी बहाल नहीं की गई है।
राहत और बचाव पहल से संबंधित कार्यों की प्रगति का निरीक्षण करने के लिए स्टालिन का बृहस्पतिवार को तूत्तुक्कुडि का दौरा करने का कार्यक्रम है।
सेना की टीम ने करुंगुलम और अलवरथिरुनगरी सहित तूत्तुक्कुडि जिले के कई क्षेत्रों से लोगों को बचाया। तूत्तुक्कुडि के पास फंसी एक कार को सुरक्षित निकाला गया, जिसमें तीन लोग सवार थे।
एनडीआरएफ, टीएनडीआरएफ (तमिलनाडु आपदा मोचन बल), अग्निशमन, बचाव सेवाओं और पुलिस कर्मियों के साथ साथ वायु सेना, नौसेना और तटरक्षक बल भी राहत कार्य में शामिल हैं।
मुख्य सचिव शिव दास मीणा ने कहा कि बचाव अभियान में 323 नावों के साथ 10 हेलीकॉप्टर भी लगे हैं और लोगों को 27 टन खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी गयी है।
बुधवार को 192 यात्रियों को लेकर चार उड़ानें तूत्तुक्कुडि पहुंचीं, जबकि इस तटीय शहर से 106 यात्रियों को लेकर चार उड़ानें रवाना हुईं।
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