चेन्नई, 20 जून सोमवार को घोषित राज्य बोर्ड के परिणामों के अनुसार, कक्षा 12वीं के 93.76 प्रतिशत विद्यार्थी जबकि दसवीं कक्षा के 90.07 प्रतिशत विद्यार्थी परीक्षा में सफल रहे।
राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने यहां स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में मई में हुई बोर्ड परीक्षाओं के नतीजों की घोषणा की। पहले की तरह इस बार भी लड़कियों ने लड़कों को परीक्षा में पछाड़ दिया।
इस बार 12वीं कक्षा के पास हुए विद्यार्थियों की दसवीं और 11वीं कक्षा की परीक्षाएं पिछले दो वर्षों से कोविड-19 के कारण रद्द कर दी गयीं थीं। उन सालों के परीक्षा परिणाम में सभी को पास घोषित कर दिया गया था।
महामारी के कारण शैक्षणिक सत्र बहुत देर से शुरू हुआ और सितंबर में ऑफलाइन कक्षाएं आयोजित की गयीं थीं।
पास हुए बैच ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि की आशंका और कोविड-19 मानदंडों के सख्त अनुपालन के बीच परीक्षाएं दी थीं।
12वीं की परीक्षा के लिए कुल 8,06,277 उपस्थित उम्मीदवारों में से 7,55,998 विद्यार्थी पास हुए जिनमें 4,06,105 लड़कियां और 3,49,893 लड़के थे। कुल 93.76 प्रतिशत विद्यार्थी सफल हुए।
12वीं कक्षा की परीक्षा में लगभग 47 विद्यार्थियों ने के पेपर में शत-प्रतिशत अंक हासिल किये, जबकि चार ने अंग्रेज़ी की परीक्षा में शत-प्रतिशत अंक हासिल किए।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)